गोंडवाना की गौरवशाली धरती मध्य भारत की हरी-भरी पहाड़ियों और घने जंगलों के बीच, जहां नर्मदा की पावन धारा बहती है, वहां कभी गोंडवाना साम्राज्य का सूर्य चमकता था। यह केवल भौगोलिक सीमाओं का राज्य नहीं था, बल्कि एक समृद्ध सभ्यता का केंद्र था जो अपनी वीरता, न्याय और सांस्कृतिक वैभव के लिए प्रसिद्ध था। इसी पावन भूमि पर जन्मी थी एक ऐसी वीरांगना, जिसने भारतीय इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखवाया - रानी दुर्गावती।
भारत का इतिहास केवल राजाओं और साम्राज्यों के उत्थान-पतन की कहानी नहीं, बल्कि यह शौर्य, स्वाभिमान और बलिदान की उन अमर गाथाओं का...