छत्तीसगढ़ के मांझी समाज के लिए उड़ीसा के संबलपुर स्थित समलाई दाई मंदिर का विशेष महत्व है। यह मंदिर न केवल मांझी समाज की कुलदेवी का स्थान है, बल्कि इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी आदिवासी समाज के लिए अत्यधिक गौरवपूर्ण है। संबलपुर शहर का नामकरण भी समलाई दाई के नाम पर ही किया गया है, जो मांझी समाज के ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर का प्रतीक है।
समलाई दाई और मांझी समाज का इतिहासमांझी समाज के इतिहास और समलाई दाई के महत्व को स्पष्ट करने के लिए सरजू मांझी ने एक पुस्तक लिखी है जिसका नाम "सेवा पन्मेश्वरी दाई" है। इस...