धरती आबा की अमर गाथा
9 जून को जब हम बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि मनाते हैं, तो हमारे सामने एक ऐसे युवा योद्धा की छवि उभरती है जिसने मात्र 25 वर्ष की आयु में ही अपने समुदाय और देश के लिए अमर बलिदान दे दिया। 'धरती आबा' (धरती पिता) के नाम से प्रसिद्ध बिरसा मुंडा का जीवन आज भी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
जीवन परिचय और पारिवारिक पृष्ठभूमि
9 नवंबर 1875 को झारखंड के खूंटी जिले के उलिहातु गांव में जन्मे बिरसा मुंडा का बचपन अत्यंत कठिनाइयों में बीता। उनके पिता सुगना मुंडा और माता करमी हातू एक...