कोरबा (आदिनिवासी)। जिले में अनामया कार्यक्रम (ट्राइबल हेल्थ कोलैबोरेटिव) अंतर्गत पिरामल स्वास्थ्य द्वारा किशोरों व छात्रों (15 वर्ष से 29 वर्ष) के बीच जनजातीय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का उदघाटन सीएमएचओ डॉ. एस.एन. केसरी ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत किशोरियों दारा स्वागत गीत के साथ किया गया। इस कार्यक्रम में कोरबा ब्लॉक के अलग-अलग गांव के 25 किशोर व छात्र शामिल हुए।
कार्यक्रम के उद्देश्यों को प्रस्तुत करते हुए पिरामल स्वास्थ्य के सम्भागीय कार्यक्रम प्रबंधक दिग्विजय कुमार सिंह के द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किशोरों और छात्रों के साथ मानसिक स्वास्थ्य, पोषण एवं किशोर प्रजनन लैंगिक स्वास्थ्य, मादक द्रव्यों के सेवन का महत्व, सड़क दुर्घटना, हेलमेट/सीट बेल्ट का उपयोग आदि विषयों पर प्रशिक्षण देना है। जिससे समुदाय स्तर पर यही युवा प्रशिक्षित होकर गांव के लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे क्युकि कम उम्र मे शादी व पोषण मे ध्यान न देने के कारण महिलाए एनीमिया जैसी गंभीर बिमारी का शिकार हो जाती है। आजकल बच्चो व गर्भवती महिलाओं में कुपोषण आम बात सी हो गई है जो आगे चलकर बहुत सारी बीमारियां जैसे मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों में नाटापन, दुबलापन आदि का सामना करना पड़ता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीएमएचओ डॉ. केसरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि पिरामल फाउंडेशन संस्था के द्वारा बहुत ही सराहनीय पहल है। जिसके लिए युवाओं को आगे आकर सरकार के उद्देश्यों योजनाओं का लाभ गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। उन्होंने किशोरों व छात्रों से कहा कि आप लोग समुदाय स्तर पर थोड़ा सा सहयोग करें तो हम लोग जल्द ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं में कम उम्र में गर्भधारण अनेक बीमारियों को जन्म देती है जिसको लेकर समुदाय में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।
आदिवासी समुदाय में कुपोषण और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों सहित कई स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। युवाओं और छात्रों पर ध्यान को केंद्रित करके हम सभी को स्वास्थ्य व पोषण को प्राथमिकता देकर समुदाय को लाभान्वित करना जरूरी है। किशोरो व छात्रों से उन्होंने शिक्षा के महत्व के बारे में भी बताया। इस उद्घाटन समारोह में डीपीएम, पीरामल स्वास्थ्य के जिला प्रमुख श्री विराग पांडेय व धर्मेन्द्र सिंह, किशोर व छात्र मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन अली रजा एवं आभार प्रदर्शन दिग्विजय कुमार सिंह के द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने मे नेहरू युवा केंद्र, पी जी कॉलेज कोरबा व आईटीआई कालेज कोरबा के युवाओं का विशेष योगदान रहा।