छत्तीसगढ़ (आदिनिवासी)। आज आदिवासी सांस्कृतिक आंदोलन के महानायक डॉ.रामदयाल मुंडा का 83वीं जन्म दिवस है। बौद्धिक और सांस्कृतिक आंदोलन के प्रेरणा स्रोत महानायक डॉ.रामदयाल मुंडा को आदिवासी संघर्ष मोर्चा छत्तीसगढ़ की ओर से उनकी जयंती दिवस के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। जिन्होंने आदिवासी संस्कृति को स्थापित करने के लिए लगातार संघर्ष करते रहे। आदिवासियों की कला संस्कृति उनके जीवन के रग-रग में थी। कला संस्कृति ही उनके जीवन का पर्याय था।
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आदिनिवासी गण परिषद एवं आदिवासी संघर्ष मोर्चा छत्तीसगढ़ की ओर से आज उन्हें याद करते हुए वर्तमान दौर के आदिवासियों की
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जल-जंगल-जमीन, भाषा-संस्कृति व सम्मान के संरक्षण के लिए पद्मश्री से सम्मानित महान कलाकार डॉ.रामदयाल मुंडा बौद्धिक और सांस्कृतिक आंदोलन के साथ ही हमारे राजनीतिक आंदोलन के भी प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।