जिले में 8 पालना घरों की शुरुआत, बच्चों के विकास के लिए समर्पित पहल।
कोरबा (आदिनिवासी)| कोरबा जिले के कलेक्टर अजीत वसंत ने जिला कार्यालय परिसर में पालना घर का शुभारंभ किया। यह पहल कामकाजी महिलाओं के 6 वर्ष तक के बच्चों की देखभाल और मनोरंजन के लिए शुरू की गई है। कलेक्टर ने बच्चों के लिए उपलब्ध खेल और मनोरंजन सामग्री का निरीक्षण किया और बेहतर संचालन के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दिनेश कुमार नाग और संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास दिलदार सिंह मरावी सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
जिले में 8 पालना घरों की शुरुआत
पालना योजना के अंतर्गत जिले में कुल 8 पालना घर शुरू किए गए हैं। इनमें से कुछ पालना घर एकीकृत बाल विकास परियोजना कोरबा (शहरी) और परियोजना कटघोरा के अंतर्गत संचालित हो रहे हैं।
इन केंद्रों में बच्चों के लिए खिलौने, शैक्षणिक सामग्री, और मनोरंजन की अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
पालना घरों की देखभाल के लिए कार्यकर्ता और सहायिका की नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
कामकाजी महिलाओं के लिए राहत
यह पहल कामकाजी महिलाओं को उनके बच्चों की देखभाल से संबंधित चिंताओं को कम करने में मदद करेगी। पालना घरों में बच्चों की सुरक्षा और देखभाल सुनिश्चित करने के लिए विभागीय अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
बच्चों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
पालना घरों में बच्चों की बेहतर देखभाल और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ नियुक्त किया जाएगा।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
पालना घरों से संबंधित अधिक जानकारी के लिए महिला एवं बाल विकास अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है:
मोबाइल नंबर: 9926422577
कलेक्टर के निर्देश: गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
कलेक्टर अजीत बसंत ने पालना घरों के प्रभावी संचालन के लिए निम्नलिखित निर्देश दिए
बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
सभी सामग्री और सुविधाओं की नियमित जांच हो।
बच्चों के मनोरंजन और शैक्षणिक विकास के लिए समुचित साधन उपलब्ध कराए जाएं।