रायपुर (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ प्रदेश की राजधानी रायपुर में जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा डी-लिस्टिंग की मांग को लेकर आज शाम एक बड़े आंदोलन एवं महारैली का आह्वान किया गया है। इस महारैली में भारी संख्या में आदिवासी जनजाति शामिल होंगे, जिनकी एक ही मांग होगी, और वह है, डी-लिस्टिंग।
राजधानी के वीआईपी रोड स्थित राम मंदिर के सामने इस भव्य रैली का आयोजन किया जाएगा। इस रैली के माध्यम से जनजाति सुरक्षा मंच की यह मांग है कि जिन आदिवासियों ने अपनी मूल संस्कृति और अपने मूल धर्म को छोड़कर अन्य धर्म (जैसे ईसाई या इस्लाम) अपनाया है उन्हें अनुसूचित जनजाति की श्रेणी से तत्काल बाहर किया जाए और इसके लिए आवश्यक संवैधानिक संशोधन किए जाए।
जनजाति सुरक्षा मंच का कहना है कि
छत्तीसगढ़ में भी बड़ी संख्या में धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों के द्वारा मूल जनजातियों के हिस्से की सुविधाओं को अवैध रूप से छीना जा रहा है। जिसमें आरक्षण भी एक प्रमुख तत्व है। इसलिए हम चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ के जनजातियों के साथ-साथ देश के करोड़ों जनजातियों के साथ हो रहे अन्याय को रोका जाए और धर्मान्तरित आदिवासियों को डी-लिस्ट किया जाए।
जनजाति सुरक्षा मंच छत्तीसगढ़ प्रान्त के पदाधिकारी राजीव ने अपील की है कार्यक्रम स्थल (राम मंदिर, वीआईपी चौक) पर 16 अप्रैल, 2023, रविवार को सायं 04 बजे पहुँचे एवं जनजाति समाज की व्यथा एवं मांगों को शासन-प्रशासन एवं आदिवासी समाज के सभी वर्गों तक पहुँचाने में जनजाति सुरक्षा मंच की सहायता करें।