सोमवार, अक्टूबर 7, 2024

गोठान की महिला स्व-सहायता समूह सब्जी उत्पादन से हो रहीं आत्मनिर्भर

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आर्थिक स्तर में हुआ सुधार: बच्चों को भी दिला रही अच्छी शिक्षा

रायगढ़ (आदिनिवासी)। गांव की रहने वाली महिलाएं कल तक सिर्फ चुल्हा-चौका में ही सीमित रहती थी, लेकिन आज वे शासन की योजना का लाभ उठाते हुए गौठान से जुड़कर समूह की महिलाएं कठोर परिश्रम कर अपनी व अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हुए बेहतर स्वरोजगार की ओर आगे बढ़ रही हैं। कुछ ऐसी ही बानगी देखने को मिली ग्राम-बगुडेगा की लक्ष्मी स्व-सहायता समूह की महिलाओं में, जिन्होंने आलू फसल उत्पादन कर एक साल में 70 हजार रुपये का लाभ अर्जित की है।

उल्लेखनीय है कि लैलूंगा विकासखण्ड के ग्राम-बगुडेगा के गौठान में 10 सदस्यों की लक्ष्मी स्व-सहायता महिला समूह है। जिन्होंने शासन से मिली प्राप्त राशि से वर्ष 2022-23 में 2 एकड़ में आलू फसल की खेती की और उन्होंने लोगों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखते हुए फसल उत्पादन में जैविक खाद का उपयोग भी किया किया, जिससे फसल भी अच्छी हुई। समूह की महिलाओं की मेहनत रंग लायी। उनके द्वारा लगाई गई आलू फसल को स्वास्थ्यवर्धक व पौष्टिक होने के कारण आसपास के गांव के अधिकांश लोग उनसे खरीदी किए। वहीं उन्होंने हाट-बाजार में भी विक्रय कर अच्छी आमदनी प्राप्त की।

लक्ष्मी स्व-सहायता महिला समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि गौठान से जुडऩे एवं सब्जी उत्पादन से मिले आय से उनके जीवन स्तर में भी काफी सुधार हो रहा है। साथ ही हम अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा भी दिला रही है। समूह की महिलाओं को वर्ष 2021-22 में भी गौठान में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण में बेहतर लाभ प्राप्त हुआ था।

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