आर्थिक संकट से बुरी तरह घिर चुके श्रीलंका (Sri Lanka Economic Crisis) में भारी विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे (Sri Lankan President Gotabaya Rajapaksa) ने सोमवार को अपने भाई और देश के वित्त मंत्री को बर्खास्त कर दिया है. सरकार के 36 घंटे तक लगाए गए कर्फ्यू के बावजूद हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Prime Minister Mahinda Rajapaksa) अपने पद पर बने रहेंगे, भले ही कैबिनेट के सभी सदस्यों ने एक दिन पहले पीएम को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. विपक्ष ने भी सरकार के यूनिटी सरकार में शामिल होने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है.
- श्रीलंका के लोगों ने सरकार के खिलाफ राजधानी कोलंबो में इंडिपेंडेंस स्क्वायर पर विरोध प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग करना जारी रखा.
- पुलिस ने उन करीब 2000 लोगों पर आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें कीं, जिन्होंने कर्फ्यू से जुड़े आदेशों का उल्लंघन किया है.
- श्रीलंका की विपक्षी पार्टियों ने प्रस्तावित यूनिटी सरकार में शामिल होने के राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे के निमंत्रण को ‘दिखावा’ कहकर खारिज कर दिया है. राष्ट्रपति ने संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले विपक्षी दलों से ‘राष्ट्रीय संकट के समाधान खोजने के प्रयास में शामिल होने’ के लिए कहा था.
- कैबिनेट के 26 मंत्रियों के इस्तीफा दिए जाने के बाद प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपने भाई और वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे को बर्खास्त कर दिया है.
- पहले प्रेसिडेंशियल मीडिया डिवीजन के महानिदेशक सुदेवा हेटिआरकी ने कहा था कि वित्तीय मामलों की देखरेख करने का काम अब अली साबरी करेंगे, वह बासिल राजपक्षे की जगह लेंगे. लेकिन साबरी ने नियुक्ति के बाद इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा, बहुत विचार-विमर्श के बाद और वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए अब मेरा विचार है कि पीएम इस संकट से निपटने के लिए उपयुक्त अंतरिम व्यवस्था करें. हालांकि जीएल पियरिस विदेश मंत्री के पद पर बने रहेंगे.
- श्रीलंका के सेंट्रल बैंक के गवर्नर अजीत निवार्द कैब्रल ने कहा कि उन्होंने सभी कैबिनेट मंत्रियों के इस्तीफा देने के बीच अपना इस्तीफा भी सौंप दिया है.
- श्रीलंका के सेंट्रल बैंक (सीबीएसएल) के पूर्व अधिकारी नंदलाल वीरासिंघे ने कहा कि उन्होंने बैंक का अगला गवर्नर बनने का राष्ट्रपति का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है.
- श्रीलंका के विपक्ष के नेता साजित प्रेमदास ने भारत से हस्तक्षेप की मांग की है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ‘जितना हो सके’ श्रीलंका की मदद करने का अनुरोध किया है.