कोरबा (आदिनिवासी)। प्रकृति में सतनाम समाहित होता है और इसलिए इस गूढ़ बातों को संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा ने अपने तप के बल पर जाना और समाज के लोगों को प्रकृति की वास्तविकता से परिचय कराया। उन्होंने कहा कि सतनाम सबके लिए समान रूप से उपयोगी है और इसीलिए उन्होंने ‘मनखे-मनखे एक बरोबर’ कहते हुए विश्व जगत को मानवता का सही संदेश दिया। आज यदि गुरु घासीदास बाबा जी के सतनाम सूत्रों को माना जाए तो निश्चित तौर पर पूरी दुनिया में सुख,समृद्धि और शांति कायम हो जाएगी। हरेक व्यक्ति अपने जीवन को सार्थक कर पाएंगे। इसलिए हम सभी को संकल्प लेकर गुरु घासीदास बाबा जी के उपदेशों को अपने जीवन में उतारना चाहिए।
उक्त उद्गार सतनाम युवा मंच पहदा के द्वारा गुरु पर्व के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं प्रमुख अभ्यागत के रूप में व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बहोरन मारकंडे जी ने कहा कि “गुरु घासीदास सभी के गुरु हैं।” इस कार्यक्रम में विशेष वक्ता के रूप में उपस्थित प्रसिद्ध शिक्षाशास्त्री एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित प्राध्यापक प्रोफेसर प्यारेलाल आदिले ने कहा कि हम सभी को अपने विवेक का सही उपयोग करते हुए वैज्ञानिक समाज की रचना करने में अग्रसर होनी चाहिए। अंधविश्वास से दूर रहते हुए सभी को अच्छे आचरण सिखाने की बात करनी चाहिए और गुरु घासीदास जी के द्वारा बताए गए जीवन शैली को अपने जीवन में सम्मिलित करना चाहिए। तब कहीं जाकर हम अपना सर्वांगीण विकास कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में राज महंत बहोरदास कोशले, सप्त ऋषि, ग्वाल दास अनन्त, मिश्रा गांधी बंजारे, सुशील पात्रे, के डी बंदे, रमेश चौधरी, अमोल दास बघेल ने अपना सारगर्भित विचार रखा। कार्यक्रम का संपूर्ण संचालन ओम प्रकाश बघेल एवं गुलाब राम बघेल ने किया। मुख्य अतिथियों के स्वागत में ग्राम चटू आधाम, कुआंपाली बिलासपुर से आए पंथी पार्टी ने गीत प्रस्तुत करके किया।
आयोजन समिति के पहलवान दास, दामोदर दास, चेतराम बघेल, रामशंकर बघेल, गुलाब राम, ओम प्रकाश, डॉ अभय, तीरथ राम, सोनवानी मोहन जांगड़े, दाऊराम पाटले, ईश्वर पात्रे, देवराम सांडे, हीरालाल सांडे, राहुल, प्रवीण, मनीष, अजीत, रामजी, लालजी ने अतिथियों का स्वागत और सम्मान पुष्पगुच्छ, शाल और श्रीफल भेंट करके किया। उल्लेखनीय है कि यह कार्यक्रम विगत 03 वर्षों से सतनाम युवा मंच द्वारा मनाया जा रहा है जिसमें आसपास के जन समुदाय बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं।