मंगलवार, सितम्बर 10, 2024

बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर रायगढ़ बसपा ने दी श्रद्धांजलि

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रायगढ़ (आदिनिवासी)। सोमवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक मा.कांशीराम की पुण्यतिथि पर रायगढ़ जिला बसपा के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य लोगों द्वारा नेशनल हाईवे में स्थित माननीय कांशीराम चौक उनकी आदमकद प्रतिमा पर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके सामाजिक, शैक्षणिक, राजनैतिक, आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण योगदानो को याद कर उन्हें नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
बसपा के जिला अध्यक्ष सरजू अजगल्ले ने कहा कि ‘सर्व समाज’ में राजनैतिक चेतना एवं आर्थिक और सामाजिक उत्थान के लिए किए गए उनके संघर्षों को याद कराया और कहा कि गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने और अपने पैरों पर खड़ा होने में उसकी मदद करने के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया। माननीय कांशीराम के संघर्ष की बदौलत ही बसपा उत्तर प्रदेश में चार बार सत्ता में आई और सामाजिक परिवर्तन एवं आर्थिक मुक्ति की मजबूत नींव रखी गई। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के स्वाभिमान आंदोलन को जीवित रखने वाले मान्यवर कांशीराम जी को आज उनकी पुण्यतिथि पर शत-शत नमन। देशभर में बसपा के लोग ‘‘बहुजन नायक’’ को याद करते हैं और पार्टी कांशीराम के मिशन को पूरा करेगी, जिसके लिए संघर्ष जारी है।

समाज में उनके योगदानों को याद करते हुए विष्णु सेवक गुप्ता ने बताया कि पंजाब के रूपनगर में 15 मार्च 1934 को जन्मे कांशीराम ने पिछड़े वर्गों के उत्थान और राजनीतिक एकजुटता के लिए काम किया। उन्होंने 1971 में दलित शोषित समाज संघर्ष समिति (डीएस-4), अखिल भारतीय पिछड़ा (एससी/एसटी/ओबीसी) और अल्पसंख्यक समुदाय कर्मचारी महासंघ ( बामसेफ ) और 1984 में बीएसपी की स्थापना की। नौ अक्टूबर 2006 को दिल्ली में उनका निधन हो गया। कांशीराम 1996 से 1998 तक पंजाब के होशियारपुर से और 1991 से 1996 तक उत्तर प्रदेश के इटावा से लोकसभा सांसद रहे। वह 1998 से 2004 तक राज्यसभा सदस्य भी रहे।
इस दौरान श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में सरजू अजगल्ले (जिला अध्यक्ष रायगढ़) , सुरेश समाल (वि.स अध्यक्ष), विष्णु सेवक गुप्ता (पूर्व जिला अध्यक्ष), रामकृष्ण खटर्जी (पूर्व जिला अध्यक्ष), मनोहर चौहान (पूर्व जिला पदाधिकारी), हरि टंडन (पूर्व पार्षद BSP), मुरलीधर बर्मन (पूर्व जिला अध्यक्ष बसपा) , रूपलाल चौहान (जिला प्रभारी बसपा), विजय बघेल, सुरेश बघेल, सीता बाई, राधेश्याम रात्रे, जैतराम रात्रे, जी.एस. सोनी, नानुबाबू सिदार, दुखू भारतद्वाज सहित भारी संख्या में समाज के वरिष्ठ और गणमान्य जन उपस्थित रहे।


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