सोमवार, अक्टूबर 7, 2024

सराईपाली ओपनकास्ट परियोजना के भूविस्थापितों ने SECL कोरबा मुख्यालय का घेराव कर किया प्रदर्शन

Must Read

मांग पूरी नही होने पर 14 नवम्बर को बंद करेंगे खदान

कोरबा (आदिनिवासी)। एसईसीएल कोरबा अंतर्गत सराईपाली ओपन कास्ट खदान से प्रभावित परिवारों के रोजगार, बसाहट एवं मुआवजा एवं खदान में नियोजित आउट सोर्सिंग कंपनी स्टारएक्स से प्रताड़ित कामगारों की समस्याओं के निराकरण करने की मांग को लेकर अपने पूर्व निर्धारित आंदोलन के तहत आज सैकड़ो की संख्या में रैली निकाली और घण्टो तक क्षेत्रीय कार्यालय कोरबा का घेराव कर दिया और घण्टो तक जमकर प्रदर्शन किया ।

प्रदर्शन के दौरान ऊर्जा धानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के कोरबा एरिया सयोंजक गजेंद्र सिंह ने कहा एसईसीएल को भूविस्थापित किसानों को झूठा आश्वसन देकर सड़क पर लाकर खड़ा दिया है अब इसे बर्दाश्त नही किया जाएगा । सराय पाली इकाई के अध्यक्ष चन्दन सिंह बंजारा ने बताया कि पूर्व में अनेको बार निवेदन करने पर केवल झूठी आश्वासन ही मिलता आया है । जिसके कारण चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया गया है।

दूसरे चरणबद्ध आंदोलन के तहत आज मुख्यालय का घेराव किया गया है। उसके बाद यहां के खदान को पूरी तरह से बंद किया जाएगा । इकाई सरंक्षक तिरिथ केशव ने एसईसीएल प्रबधन पर आरोप लगाया कि हमारी जमीन छीन लेने के बाद हमें ठेंगा दिखा दिया है। अब हम आर पार की लड़ाई लड़ रहे हैं। अम्बिका परियोजना के अध्यक्ष जयपाल खुसरो ने बताया कि खदान खोलते समय हमारी खाते को विभाजन करवा दिया गया और अंग्रेजो की तरह हमारे ग्राम वासियो को आपस मे बांटकर आपस मे लड़ाया जा रहा है। हम अपनी जमीन में अब खदान शुरू ही नही करने देंगे।

रुद्र दास, ब्रृज कुंवर,शिव नारायण पोर्ते ललित महिलांगे संतोष चौहान सहित अन्य लोंगो ने एसईसीएल को चेतावनी दिया है कि पहले हमारी मांगो को पूरा करे उसके बाद ही खदान खोलने का सपना देखे। आज के आंदोलन में ऊर्जाधानी सन्गठन केंद्रीय सपूरन कुलदीप, गजेंद्र सिंह, रुद्र दास महंत, अनसुईया राठौर, बसन्त कंवर, दीपक यादव, तिरिथ राम केशव, सतीश चंद्रा, गोपाल, दिलहरन दास, विष्णु, दशरथ, जयपाल खुसरो, समर्थन में क्षेत्र के सभी सरपंच पत्रिका खुसरेंगा , ब्रिजकुंवर, धनकुंवर बसन्त कंवर उर्मिला नायक, सरस्वती यादव, सोनकुंवर, फिरतीन बाई, फगनी बाई, भागमति बाई, राधा नायक, फुलेश्वरी नायक, सुशीला यादव, रामकली नायक, जाम बाई सुनिता बिंझवार, इंद्राणी बिंझवार आदि शामिल हुए।

भूविस्थापितों की प्रमुख मांगे

01 . पाली से 3 किमी के अन्दर नजदीक में आधुनिकतम कालोनी विकसित कर पुनर्वास दो | अथवा बसाहट के बदले दी जाने वाली राशि 20 लाख रूपये लागू करो |

02. सभी परिवार के सदस्यों ( छोटे खातेदारों सहित ) को रोजगार दो |

03. रोजगार के लिए लटकाकर रखे गए मामलो का त्वरित निराकरण कर रोजगार दो| रोजगार के लिए देरी के के एवज में कम से कम एक कटेगरी का पेमेंट करो |

04. सभी भूविस्थापित -प्रभावित बेरोजगारों एवं महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण एवं स्वरोजगार प्रदान करो |

05. पूर्व में फंक्शनल डायरेक्टर्स में लिए गए निर्णय के अनुसार भूविस्थापित परिवारों को ठेका कार्य में 20 प्रतिशत आरक्षण लागू करो एवं जिले के दुसरे क्षेत्र में लागू 5 लाख तक टेंडर योजना कोरबा क्षेत्र में शुरू करो |

06. स्टारएक्स कंपनी द्वारा भूविस्थापित फर्म्स के साथ हुए अपने अनुबंध के पालन न कर के .एन. एस. कंपनी को अपना पार्टनर बनाकर शोषण किया जा रहा है । उसपर तत्काल रोक लगायी जाये ।

07. ग्राम बूड़बूड़ में एम्बुलेंस और स्कूल बस की सुविधा तत्काल बहाल किया जाये । तथा आसपास के खदान प्रभावित ग्रामो में सीएसआर के तहत आवश्यक बुनियादी सुविधाएं प्रदान किया जाये ।

08. ग्राम बूड़बूड़ के श्मशान में स्थित कब्रो (समाधि ) स्थल के संस्कार एवं गंगा में अस्थि विसर्जन हेतु प्रत्येक परिवार को 50 – 50 हजार रुपये सहायता राशि प्रदान किया जाये ।

09. सराईपाली ओपन कास्ट अंतर्गत आउटसोर्सिंग कंपनी के कामगारों (ड्राइवर ,आपरेटर , हेल्फर , सुपरवाइजर अथवा अन्य किसी भी प्रकृति के कार्यो में नियोजित ) को आर्थिक , मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करना बंद हो ।

10. स्टार एक्स /के एन एस कंपनी द्वारा छोटी छोटी बातों पर कामगारों को नोटिस थमाकर काम से बाहर करने की धमकी दी जा रही है तथा बाहर से भर्ती कर ली जा रही है इस पर तत्काल रोक लगायी जाये निकाले गये ड्राइवर ,आपरेटर को वापस लिया जाए तथा स्थानीय लोंगो को ही भर्ती किया जाये ।

11. ऑउटसोर्सिंग कंपनी में कार्यरत सभी कामगार भाइयो को कोल इंडिया /एसईसीएल हाई पावर कमेटी के सिफारिश दर के अनुसार पेमेंन्ट , पी एफ , मेडिकल सुविधा , एसईसीएल व ई एस आई मेडिकल सुविधा शुरू किया जाये ।

12.नियोजित ठेका कामगारों को वी टी सी के लिए दूरस्थ मानिकपुर खदान भेजा जाता है और वापस आकर काम करने के लिए बाध्य किया जाता है इसपर रोक लगायी जाये तथा उक्त दिवस का पेमेंन्ट दिया जाए ।

13 . सभी ठेका कामगारों को महीने के 10 से 15 तारीख तक पूरा पेमेंन्ट किया जाए ।

14. उक्त कामगारों को फेस्टिवल बेनिफिट , डबल हाजरी ,बोनस आदि सुविधायें प्रदान किया जाए ।

- Advertisement -
  • nimble technology
Latest News

आदिवासी अतिथि शिक्षकों को 3 माह से नहीं मिला मानदेय: डीएमएफ राशि जारी, कलेक्टर ने दिए समाधान के निर्देश!

कोरबा (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप अति पिछड़े आदिवासियों के उत्थान के लिए कोरबा कलेक्टर...

More Articles Like This