गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन ने स्कूलों के युक्तियुक्तकरण के सरकारी निर्णय के विरुद्ध आज ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध दर्ज कराया। जिला अध्यक्ष लक्ष्मी मरकाम के नेतृत्व में संगठन के कार्यकर्ताओं ने इस फैसले को शिक्षा व्यवस्था के लिए हानिकारक बताया है।
संगठन की मांग
गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन का कहना है कि स्कूलों का युक्तियुक्तकरण करने से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों की शिक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। संगठन ने इस निर्णय को तत्काल वापस लेने की मांग की है।
प्रमुख उपस्थित नेता
आज के विरोध प्रदर्शन में गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन के निम्नलिखित पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए।
मुख्य नेतृत्व:
– जिला अध्यक्ष लक्ष्मी मरकाम
– जिला उपाध्यक्ष शकुन्तला पोट्टाम
– ब्लॉक उपाध्यक्ष निशा पोट्टाम
– प्रदेश मीडिया प्रभारी (छत्तीसगढ़) हर्षद मरावी।
अन्य कार्यकर्ता:
आर्यन आयाम, लालसिंह ओट्टी, उर्मिला आर्मो, रश्मी मरकाम, प्रिया पोट्टाम और महिमा उइके भी इस आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया।
युक्तियुक्तकरण की समस्या
स्कूली युक्तियुक्तकरण की नीति के तहत कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बंद करके उन्हें अन्य स्कूलों में मिलाया जाता है। संगठन का मानना है कि इससे दूरदराज के इलाकों के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई होगी।
शिक्षा पर प्रभाव
विशेषज्ञों के अनुसार स्कूलों का युक्तियुक्तकरण एक द्विपक्षीय मुद्दा है। एक तरफ यह संसाधनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करता है, वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण बच्चों के लिए शिक्षा की पहुंच में बाधा बन सकता है।
आगे की संभावनाएं
गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन ने संकेत दिया है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे और भी व्यापक आंदोलन चलाने को तैयार हैं। इस मामले में स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग की प्रतिक्रिया का इंतजार है।