बुधवार, दिसम्बर 3, 2025

चर्चा-समीक्षा

छत्तीसगढ़ में ईसाई समुदाय पर हमला : एक संघी एजेंडा, जिसका आदिवासी संस्कृति रक्षा से कोई लेना-देना नहीं

बड़ी भूरी आंखों वाली वह महिला कमजोर-सी लग रही है। अपनी बाहों पर चोटों को छुपाने के लिए उसने एक शॉल लपेट रखा है। उसकी आवाज धीमी है, लेकिन वह गरिमा के साथ बोलती है और इस गरिमा में...

भागवत कथा में ‘हलुआ मिला न मांड़े-दोऊ दीन से गए पांड़े’

फिलहाल तो मोहन भागवत अपनी ही भागवत कथा में फँस गये लगते हैं। मुम्बई में संत रविदास की जयन्ती पर दिये अपने भाषण में उन्होंने दलितों को लुभाने के लिए जो जाल बिछाया था, वह उलटा पड़ गया लगता...

कौन है गुंडा? कैसे बना गुंडा एक्ट? एक हैरतअंगेज दास्तान

राजनीति में गुंडा शब्द इन दिनों काफी प्रचलित हो चुका है। ये शब्द अक्सर सुनने को मिलते हैं- भाजपा के गुंडे, सपा के गुंडे, किसान नहीं गुंडे हैं। गुंडागर्दी, गुंडा टैक्स, गुंडाराज भी कहा जाता है। आम बोलचाल, मीडिया...

कैसे मजबूत होगा आमजन?

विकास के चक्के चलाने के लिए आदमी की जरूरत होती है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब सरकार में शीर्ष स्तर से ‘मुफ्त की रबड़ी बनाम उत्पादक खर्च' की बहस छेड़ी थी‚ तभी अनेक टिप्पणीकारों ने इस बहस के जरिए खड़े...

कोरबा में भूविस्थापितों का संघर्ष: कॉर्पोरेटपरस्त नीतियों के खिलाफ तेज होती लड़ाई

छत्तीसगढ़ (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ में एक आदिवासी बहुल जिला है कोरबा, जो कि प्राकृतिक संसाधनों में संपन्न होने के बावजूद विकास सूचकांक में देश के पिछड़े जिलों में शामिल है। घने वनों से घिरे इस जिले में काले हीरे (कोयला)...

रौद्र और कोमल की जुगलबंदी की जुगाड़ के पीछे क्या है?

संगीत, भारतीय शास्त्रीय संगीत में स्वर और रागों का एक ख़ास विधान है। स्वर की नियमित आवाज को उसकी निर्धारित तीव्रता से नीचा उतारने पर वह कोमल हो जाता है, थोड़ा ऊंचा उठाने पर वह तीव्र हो जाता है।...

भारी होती परेड, हल्का पड़ता गणतंत्र

भारतीय गणतंत्र अपने तिहत्तर साल पूरे करने के बाद आज वास्तव में किस दशा में है, इसकी तस्वीर पूरी करने के लिए, बस इमरजेंसी की याद दिलाया जाना ही बाकी रहता था। और उसकी भी याद चौहत्तरवें गणतंत्र दिवस...

अरक्षणीय तुलसी पर कोहराम तो बहाना है, मकसद मनु और गोलवलकर को बचाना है

अब संघी और भाजपाई इन शिक्षा मंत्री द्वारा गिनाई गयी तीन युगों की सभी तीनों किताबों की हिमायत में तो, फिलहाल, कूद नहीं सकते। उन्हें पता है कि मनुस्मृति का खुलेआम पक्ष लेना महँगा पड़ सकता है, सो उसके...

सांप्रदायिकता और तानाशाही का जहरीला कॉकटेल है भागवत का साक्षात्कार

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरएसएस प्रकाशन के 'ऑर्गनाइज़र' और 'पाञ्चजन्य' (15 जनवरी) के संपादकों को दिए एक साक्षात्कार में कई सवालों का जवाब दिया है। भागवत की टिप्पणियों को हिंदू राष्ट्र के निर्माण के लिए हेगड़ेवार और गोलवलकर...

अतीत के नाम पर पीठ थपथपाना बंद करें

250 वर्ष का इतिहास खंगालने पर पता चलता है कि आधुनिक विश्व मतलब 1800 के बाद जो दुनिया में तरक्की हुई, उसमें पश्चिमी मुल्कों का ही हाथ है। हिन्दू और मुस्लिम का इस विकास में 1% का भी योगदान...

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अडानी कोल ब्लॉक विरोध: अखिलेश शाह की जिला बदर कार्रवाई के खिलाफ किसान मोर्चा का सिंगरौली दौरा, CM से दमन रोकने की मांग

भोपाल/सिंगरौली (आदिनिवासी)। सिंगरौली जिले के घिरोली ब्लॉक में अडानी समूह को आवंटित कोल ब्लॉक का विरोध कर रहे स्थानीय कार्यकर्ता...