बुधवार, दिसम्बर 3, 2025

चर्चा-समीक्षा

आदिवासियों ने किसी भी धर्म के लोगों का धर्मांतरण नहीं करवाया

दुनिया के किसी भी कोने में रहने वाले प्रकृति पूजक और रक्षक आदिवासी हमेशा मानवतावादी और सहिष्णु होते हैं, उन्होंने धर्म और संप्रदाय के नाम पर लोगों के बीच भेदभाव नहीं किया, इतिहास गवाह है कि हम सभी...

तुम्हारी जाति क्या है? आईआईटी में सबसे पहला सवाल: कब सुधरेगा सिस्टम?

लोकसभा के हालिया शीत सत्र में पेश आंकड़ों के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा 05 सितंबर 2021 से 05 सितंबर 2022 के बीच आरक्षित पदों पर नियुक्तियों के अभियान चलाये जाने के शोर-शराबे के बावजूद आईआईटी संस्थानों में आरक्षित श्रेणी...

अमृत काल में स्वच्छ भारत, स्वच्छ संसद: अब विपक्ष मुक्त भारत की ओर

व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा विपक्ष वाले भी गजब करते हैं। राहुल गांधी को जरा-सा संसद से बाहर क्या कर दिया गया, लगे और जोर-जोर से डैमोक्रेसी का मर्सिया पढऩे। उस पर इसका स्मार्ट उलाहना और कि राहुल गांधी ने जो-जो...

चुनाव आयोग की स्वतंत्रता के हक में सुप्रीम प्रहार

पुरानी कहावत है कि सचाई अक्सर कड़वी लगती है। कैंब्रिज विश्वविद्यालय में राहुल गांधी के भारत में जनतंत्र की वर्तमान दशा और दिशा पर चिंता जताने पर, मौजूदा सत्ताधारियों द्वारा जो बौखलाहट भरी प्रतिक्रिया की गयी है, जिसमेें भारत...

वह भीड़ जो जुलूस नहीं बन पाई: उनको कोसें नहीं, बल्कि उनसे बात करें !

सीहोर के पास कथावाचक प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में इकट्ठा हुए 10 लाख लोगों ने जो पीड़ा, यंत्रणा और त्रासदी झेली उसकी खबर सबने देखी है। इनमें बच्चे थे, बुजुर्ग थे, महिलायें थीं। कई की मौत हो गयी...

भारतीय राजनीति का बाबा काल: देश हुआ बेहाल

यह कहने में शायद ज्यादा अतिशयोक्ति नहीं होगी कि भारतीय राजनीति में बाबा युग आ पहुंचा है। एक दिन खबरों में गुरमीत राम रहीम की पैरोल पर एक और अपेक्षाकृत लंबी रिहाई और उसके दौरान सार्वजनिक आयोजनों में हिस्सेदारी...

यूपी सरकार द्वारा बोलने की आजादी पर हमला है नेहा सिंह को नोटिस -जन संस्कृति मंच

लोकप्रिय गायिका नेहा सिंह राठौड़ को उनके नये गीत पर नोटिस देकर कार्रवाई की चेतावनी दिये जाने की जन संस्कृति मंच ने निंदा करते हुए इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला बताया है। जसम ने नेहा सिंह राठौड़ के...

नयी पेंशन योजना: हंगामा है क्यों बरपा

हिमाचल प्रदेश के हाल के चुनाव में जनता के सत्ताधारी भाजपा के खिलाफ स्पष्ट जनादेश देने के बाद से पुरानी पेंशन बनाम नई पेंशन व्यवस्था के विवाद ने सभी प्रमुख राजनीतिक ताकतों को अपना नोटिस लेने के लिए बाध्य...

राष्ट्रपति अभिभाषण पर बहस और उसके बाद : निर्वाचित तानाशाही की ओर एक और कदम

जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। राष्ट्रकवि के रूप में विख्यात रामधारी सिंह दिनकर की अमर कृति 'रश्मिरथी' की ये बहुउद्यृत पंक्तियां तभी से याद आ रही हैं, जब प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण...

गोंड आदिवासी समाज को क्यों नहीं है ST का अधिकार? चुप क्यों है यूपी सरकार?

इस देश का गोंड आदिवासी समाज उत्तर प्रदेश में आज भी शेड्यूल्ड ट्राइब (अनुसूचित जनजाति) की श्रेणी में नहीं आता। भारत की आजादी से आज तक उत्तर प्रदेश में ऐसा हो रहा है, आखिरकार इतनी बड़ी गलती किसकी...

Latest News

अडानी कोल ब्लॉक विरोध: अखिलेश शाह की जिला बदर कार्रवाई के खिलाफ किसान मोर्चा का सिंगरौली दौरा, CM से दमन रोकने की मांग

भोपाल/सिंगरौली (आदिनिवासी)। सिंगरौली जिले के घिरोली ब्लॉक में अडानी समूह को आवंटित कोल ब्लॉक का विरोध कर रहे स्थानीय कार्यकर्ता...