शनिवार, नवम्बर 9, 2024

अडानी के अधिग्रहण के बाद लैंको संयंत्र में स्थानीय युवाओं को रोजगार की उम्मीद: रामपुर विधायक ने उठाई आवाज!

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कोरबा (आदिनिवासी)।  उरगा क्षेत्र के ग्राम पताढ़ी में संचालित लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड को अदानी पावर कंपनी ने टेकओवर कर लिया है, जिससे बिजली उत्पादन में तेजी की उम्मीद बढ़ गई है। इसी के साथ, संयंत्र में रोजगार के नए अवसर खुलने की संभावना है। इस मुद्दे को लेकर रामपुर के विधायक फूलसिंह राठिया ने लैंको के कार्यकारी निदेशक को पत्र लिखते हुए भू-विस्थापितों और स्थानीय लोगों को उनकी योग्यता के आधार पर रोजगार देने की मांग की है।

स्थानीय लोगों के रोजगार की प्राथमिकता
विधायक राठिया ने पत्र में उल्लेख किया है कि उन्हें समाचार पत्रों से जानकारी मिली है कि लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड को अदानी पावर लिमिटेड ने अपने अधीन ले लिया है। यदि यह सत्य है, तो कंपनी पर जिम्मेदारी बनती है कि जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी, उन्हें स्थाई रोजगार प्रदान किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि तकनीकी पदों को छोड़कर 90% रोजगार स्थानीय लोगों को मिलना चाहिए। विधायक ने विशेष रूप से भू-विस्थापित किसानों और स्थानीय समुदाय के लोगों के लिए रोजगार की मांग जोर-शोर से उठाई है।

बिजली उत्पादन की नई उम्मीदें

वर्तमान में लैंको की 300-300 मेगावाट की दो इकाइयों से 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, जो मध्य प्रदेश और हरियाणा को आपूर्ति की जा रही है। दूसरे चरण में 660-660 मेगावाट की दो नई इकाइयों का निर्माण 2012-13 में शुरू हुआ था, जो अब तक अधूरा है। अदानी पावर के अधिग्रहण के बाद इस निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने की संभावना है। इसके साथ ही, तीसरे चरण में 660-660 मेगावाट की दो और इकाइयों के निर्माण की योजना बनाई जा रही है। अगर यह सब योजनाएं पूरी होती हैं, तो लैंको संयंत्र की कुल क्षमता 3,240 मेगावाट हो जाएगी, जो इसे राज्य का सबसे बड़ा विद्युत संयंत्र बना देगी।

किसानों में फिर जगी उम्मीदें
लैंको में वर्तमान में 500 नियमित अधिकारी और कर्मचारी कार्यरत हैं, जबकि एक हजार ठेका मजदूर आउटसोर्सिंग पर काम कर रहे हैं। जिन किसानों की जमीन संयंत्र निर्माण के लिए अधिग्रहित की गई थी, उनमें से 1,759 किसान रोजगार और मुआवजे के लिए अब भी संघर्षरत हैं। अदानी पावर के अधिग्रहण की खबर से इन किसानों में एक बार फिर नई उम्मीदें जगी हैं कि उन्हें अब रोजगार और उचित मुआवजा मिल सकेगा।

अडानी समूह के अधिग्रहण के बाद लैंको संयंत्र में न केवल बिजली उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है, बल्कि भू-विस्थापितों और स्थानीय लोगों के रोजगार की दिशा में भी सकारात्मक कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। यह मुद्दा उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो वर्षों से न्याय और रोजगार की मांग कर रहे हैं। अब देखना होगा कि अडानी पावर इस दिशा में क्या ठोस कदम उठाती है।

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