रामपुर। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ और बुलडोजर के प्रयोग ने इतना जोर पकड़ा कि उनकी सरकार के दूसरे कार्यकाल में तो अवैध कार्य तथा निर्माण को लेकर बुलडोजर के प्रयोग की नौबत काफी कम ही आ रही है। पुलिस भी अपराधी के घर के बाहर बस बुलडोजर खड़ा कर रही है और वह सरेंडर कर दे रहा है। कुछ ऐसा ही मामला अवैध निर्माण कराने वालों के साथ है। रामपुर में तालाब की जमीन पर अवैध निर्माण कराने वाले ने जिलाधिकारी कार्यालय में प्रार्थना पत्र देकर अपना निर्माण गिरवाने की गुहार लगाई और प्रशासन ने अगले ही दिन से कार्रवाई प्रारंभ कर दी।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी अपराधी तथा अवैध कब्जा करने वाले काफी दहशत में हैं। यह बुलडोजर चलने से काफी खौफजदा हैं। इस दौरान बुलडोजर का काफी असर भी हो रहा है। रामपुर में आजम खां के अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। ऐसा ही मामला यहां के शाहाबाद तहसील क्षेत्र का है। जहां पर तालाब की जमीन पर लोगों ने कब्जा कर मकान बना रखे हैं। इतना ही नहीं कुल बिल्डर्स तो प्लाटिंग में लगे हैं। यहां पर शनिवार को तालाब की पैमाइश करने पहुंचे एसडीएम से ग्रामीणों ने खुद तालाब की जमीन पर बने मकान को तोडऩे की गुहार लगा दी। इन लोगों ने अपने मकान गिरवाने की अर्जी तक दे दी है। रामपुर जिले की शाहबाद तहसील क्षेत्र के मित्रपुर गांव में तालाब में ग्रामीणों ने पक्के मकानों निर्माण कर लिया था। इनकी शिकायत के आधार पर एसडीएम अशोक कुमार चौधरी ने तालाब की पैमाइश शुरू करा दी है। इस पैमाइश में तालाब के अंतर्गत जितने मकान हैं, उन सभी को नोटिस देकर उन पर कार्रवाई करने की प्रक्रिया से पहले ही लोग अपना अवैध निर्माण गिरवाने की सिफारिश में लगे हैं।