देवपुरी डकैती में पुलिस को चड्डी बनियान गिरोह का क्लू मिला है। आमतौर पर ओडिशा और महाराष्ट्र का गिरोह इसी तरह घर में घुसकर वारदात करता है। डकैती के दौरान एक डकैत ने कहा था- दीदी अकेली सोती है। वहीं पैसे रखे हैं। डकैत गिरोह के बीच आपस में हुई बातचीत से पुलिस को शक है कि पूरी घटना में कोई न कोई घर का भेदिया शामिल है। उसे पूरी जानकारी थी कि परिवार के सदस्य कहां सोते हैं और पैसे भी कहां रखे जाते हैं। पुलिस और साइबर सेल के साथ क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमें डकैतों की तलाश में जुटी है।
हालांकि वारदात के 42 घंटे बाद भी पुलिस मेडिकल कारोबारी दिनेश साहू की मोपेड को नहीं खोज पाई है। मोपेड की तलाश माना के पास जाकर अटक गई है। पुलिस को मोपेड का फुटेज माना के आउटर तक ही मिला है। उसके बाद न तो मोपेड लावारिस हालत में मिली और न ही डकैतों का कोई फुटेज मिला है। अफसर ये भी शक कर रहे हैं कि डकैत मोपेड लेकर अभनपुर होते हुए वहीं की बाइपास से नवा रायपुर की ओर निकल गए हैं। डकैतों ने केवल बनियान और चड्डी पहनी थी।
इसलिए पुलिस को सीमावर्ती राज्यों के चड्डी-बनियान गिरोह पर शक है। दो साल पहले रायपुर और धमतरी पुलिस ने एमपी के चड्डी-बनियान गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ा था। उन्होंने राज्य के अलग-अलग शहरों में एक के बाद एक 80 से ज्यादा चोरियां की थी।
1 साल पहले सिविल लाइन में डाला था डाका
एक साल पहले ओडिशा के चड्डी-बनियान गिरोह ने सिविल लाइंस इलाके में वारदात की थी। देवपुरी की वादात को सिविल लाइंस की घटना से भी जोड़कर देखा जा रहा है। प्रारंभिक जांच के आधार पर अफसरों ने बताया कि डकैतों ने जिस तरह वारदात की ठीक उसी तरीके से ओडिशा, महाराष्ट्र के वर्धा, एमपी के धार-झाबुआ और झारखंड के जनजाति गिरोह वारदात करते हैं।
पुलिस की टीमें एक दर्जन बिंदुओं में तहकीकात कर रहीं हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच में कुछ थानों के टीआई की मदद ली जा रही है। कुछ टीमें बाहर भेजी गईं हैं, जो दूसरे राज्यों की पुलिस की मदद से जांच कर रहे हैं।
घर में आने जाने वाले जांच के घेरे में
मकान में घुसते ही डकैतों ने जिस तरह पैसों और परिवार के सदस्यों को लेकर आपस में बातचीत उसके आधार पर कुछ करीबियों को जांच के घेरे में रखा गया है। अक्सर आने जाने वालों की सूची बनाकर उनसे बारी-बारी पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अफसरों ने बताया कि दिनेश और उसकी पत्नी मकान की पहली मंजिल में सोते हैं। उनकी पत्नी शिक्षिका है, जो स्कूली काम की वजह से कुछ दिनों से नीचे के कमरे में अकेले सो रही थीं। इसकी जानकारी डकैतों को थी। इसलिए वे इस तरह की बातचीत कर रहे थे। डकैत उड़िया, मराठी और गुजराती मिक्स हिंदी बोल रहे थे।
1 दिन पहले छुट्टी पर गया नौकर
कुछ कर्मचारियों और नौकर से पूछताछ की जा रही है। एक कर्मचारी डकैती के एक दिन पहले ही छुट्टी पर ओडिशा चला गया। पुलिस की टीम ओडिशा रवाना हो गई है। नौकर से संपर्क का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस आसपास काम करने वाले मजदूरों से भी पूछताछ कर रही है। उनका नाम, पता नोट किया जा रहा है। पुलिस को फोकस दूसरे राज्य से आकर नौकरी करने वालों पर है।