चैत्र नवरात्रि आज से शुरू हो रही है। इसका आखिरी दिन 10 अप्रैल रहेगा। इस बार तिथियों का गणित नहीं बिगड़ रहा है। इसलिए देवी आराधना के लिए पूरे दिन मिलेंगे। नवरात्रि में कई शुभ संयोग रहेंगे। जिससे हर दिन खरीदारी की जा सकेगी।
आज घटस्थापना के लिए सिर्फ 2 ही शुभ मुहूर्त रहेंगे। अशुभ वैधृति योग की वजह से ऐसा हो रहा है। इस पर उज्जैन, पुरी, तिरुपति, हरिद्वार और बनारस के विद्वानों का कहना है कि अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना करना शुभ रहेगा।
अखंड नवरात्रि, हर दिन शुभ मुहूर्त
इस बार तिथियों की घटबढ़ नहीं होने से देवी पूजा के लिए पूरे नौ दिन मिलेंगे। अखंड नवरात्रि होना देश के लिए शुभ संयोग है। रेवती नक्षत्र में नवरात्रि की शुरुआत होना शुभ है। इसके देवता पूषा और स्वामी बुध है। इन 9 दिनों में सर्वार्थसिद्धि, पुष्य नक्षत्र, बुधादित्य, शोभन, पद्म और रवियोग रहेंगे। इस कारण हर दिन खरीदारी का मुहूर्त रहेगा। जिससे लोगों की इनकम और सुख-समृद्धि बढ़ेगी। लेन-देन और निवेश से लाभ होगा। साथ ही देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होने के भी योग हैं।
2 अप्रैल, शनिवार: इस दिन तीन बड़े राजयोग के साथ प्रजापति और सौम्य योग भी बन रहे हैं। साथ ही अश्विनी नक्षत्र में चंद्रमा होने से मशीनरी, कारखाने, दूरसंचार, कंप्यूटर और चिकित्सा संबंधी खरीदारी करना शुभ रहेगा। इन कामों की शुरुआत के लिए प्रॉपर्टी की खरीदारी भी शुभ रहेगी।
3 अप्रैल, रविवार: नवरात्रि के दूसरे दिन सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है। साथ ही चंद्रमा भरणी नक्षत्र में रहेगा। जिससे इस दिन औजार, बर्तन, घर में इस्तेमाल होने वाली तीखी चीजें और हथियारों की भी खरीदारी की जा सकती है।
4 अप्रैल, सोमवार: इस दिन चर, बुधादित्य और रवियोग के साथ तृतीया तिथि होने से बड़े निवेश और लेन-देन के लिए ये दिन शुभ रहेगा। तिथि के प्रभाव से सफलता और लाभ मिलेगा।
5 अप्रैल, मंगलवार: इस दिन सर्वार्थसिद्धि, रवियोग और कृत्तिका नक्षत्र होने से कारखाने, रेस्टोरेंट और बेकरी के लिए प्रॉपर्टी खरीदना शुभ रहेगा। इन प्रतिष्ठानों की शुरुआत भी कर सकते हैं।
6 अप्रैल, बुधवार: सर्वार्थसिद्धि और रवियोग के साथ रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा होने से इस दिन मकान का काम शुरू करना शुभ रहेगा। बड़े निवेश, लेन-देन और कोई खास प्रोडक्शन भी शुरू किया जा सकता है।
7 अप्रैल, गुरुवार: रवियोग और मृगशिरा नक्षत्र होने से वाहन खरीदारी के लिए ये दिन शुभ रहेगा। इस दिन घर की जरूरी चीजें और स्पोर्ट्स के सामान की खरीदारी की जा सकेगी।
8 अप्रैल, शुक्रवार: बुधादित्य, शोभन और पद्म योग बनने से इस दिन ज्वेलरी, सुख-सुविधा फर्नीचर और सजावटी सामान की खरीदारी करना शुभ रहेगा।
9 अप्रैल, शनिवार: अष्टमी तिथि और शनिवार को पुनर्वसु नक्षत्र से छत्र योग बन रहा है। जिससे घर, होटल या अपार्टमेंट के लिए प्रॉपर्टी खरीदारी और उनका निर्माण करना शुभ रहेगा।
10 अप्रैल, रविवार: सर्वार्थसिद्धि, रवि पुष्य और रवियोग होने से हर तरह के शुभ काम के लिए ये दिन अबूझ मुहूर्त रहेगा।
इस बार सरल, सत्कीर्ति और वेशि नाम के राजयोगों में नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, जिससे इन नौ दिनों में खरीदारी, लेन-देन, निवेश और नए कामों की शुरुआत करना शुभ रहेगा। इन योगों का शुभ फल लंबे समय तक दिखेगा। इस कारण कई लोगों के लिए सफलता और आर्थिक मजबूती देने वाला समय रहेगा। इस नवरात्रि लोगों के कल्याण के लिए योजनाएं बनेंगी और उन पर काम भी होगा। कई लोगों के लिए बड़े बदलाव वाला समय रहेगा।
1. नवरात्रि में स्थापित किया गया कलश आसपास की नकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर देता है।
2. कलश स्थापना से घर में शांति होती है। कलश को सुख और समृद्धि देने वाला माना गया है।
3. घर में रखा कलश वहां का माहौल भक्तिमय बनाता है। इससे पूजा में एकाग्रता बढ़ती है।
4. घर में बीमारियां हों तो नारियल का कलश उसको दूर करने में मदद करता है।
5. कलश को भगवान गणेश का रूप भी माना जाता है, इससे कामकाज में आ रही रुकावटें भी दूर होती हैं।