मुख्यमंत्री की पहल से किसानों को मिलेगी मेहनत का उचित मूल्य।
कोरबा (आदिनिवासी)| प्रदेश सहित कोरबा जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के तहत 14 नवंबर से 31 जनवरी 2025 तक धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा इस प्रक्रिया के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गई हैं। जिले के किसानों में अपनी उपज बेचने को लेकर जबरदस्त उत्साह का माहौल है। खेतों में धान की कटाई जोर-शोर से चल रही है, और किसान अपनी मेहनत के फल को मंडियों तक पहुँचाने के लिए तैयार हैं।
अच्छी बारिश से बढ़ी उत्पादन की उम्मीद: ग्राम भंवरखोल के किसान अमोल कंवर और लिमडीह के किसान रूपेश कंवर का कहना है कि इस साल मानसून अच्छा रहा, जिससे धान की फसल भी अच्छी हुई है। इस बार सरकार द्वारा प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने और 3100 रुपए प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य तय करने से किसानों में खुशी का माहौल है। उन्होंने बताया कि किसानों ने अपना पंजीकरण करा लिया है और जल्दी ही मंडियों में धान बेचने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। जिले में कुल 65 खरीदी केंद्रों पर धान की खरीद होगी, और इस बार 53,944 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है, जिनमें से 2761 किसान नए हैं।
प्रशासन द्वारा की गई विशेष तैयारियां: जिले के कलेक्टर अजीत कुमार वसंत ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर सुनिश्चित किया है कि सभी पात्र किसानों के लिए सहयोगात्मक रवैया अपनाया जाए और किसी को भी परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने निर्देश दिए कि अवैध धान की बिक्री को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं, और कोचियों व बिचौलियों पर कार्रवाई की जाए।
सीसीटीवी और तकनीकी व्यवस्था का निर्देश: धान उपार्जन केंद्रों, संग्रहण केंद्रों, और राइस मिलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। कलेक्टर ने बैंक प्रबंधन को निर्देश दिया है कि छोटे और बड़े किसानों के साथ समान व्यवहार किया जाए और नियमानुसार उन्हें भुगतान किया जाए।
टोकन वितरण और मोबाइल ऐप की सुविधा: टोकन वितरण के लिए किसानों को “टोकन तुंहर हाथ” नामक मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन सुविधा दी गई है, ताकि किसान आसानी से अपनी खरीदारी की तारीख पर टोकन प्राप्त कर सकें। इसके अलावा रविवार से शुक्रवार तक सुबह 9:30 बजे से शाम 5 बजे तक टोकन जारी किए जाएंगे, और लघु एवं सीमांत किसानों को 2 टोकन तथा बड़े किसानों को 3 टोकन मिलेंगे।
खरीदी केंद्रों पर आधारभूत सुविधाएं: खरीदी केंद्रों पर सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए स्थल का चयन, बिजली की व्यवस्था, कंप्यूटर सेटअप, इंटरनेट कनेक्शन, हमाल, पॉलिथीन, प्राथमिक उपचार किट, बैनर, पोस्टर, पीने का पानी, इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन, नापतौल विभाग द्वारा सत्यापन, निगरानी समिति, और शिकायत कॉल सेंटर जैसी व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके अलावा, किसानों के लिए पुराने और नए बारदाने, पीडीएस बारदाने, और अन्य जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
इस तरह, प्रशासन ने सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करते हुए धान खरीदी प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने की तैयारी की है।