गुरूवार, मार्च 27, 2025

मणिपुर की महिलाओं पर दुर्दांत-बर्बर प्रताड़ना के खिलाफ संयुक्त नागरिक मोर्चा ने किया रोड प्रदर्शन सभा

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बिलासपुर (आदिनिवासी)। मणिपुर की विस्फोटक स्थिति, जिसमें राज्य की कानून व्यवस्था खत्म होना, RSS/भाजपा की शुरू से (पैदायशी नीति-नियत) विभिन्न झूठ-फरेब से लोगों में फूट डालकर दंगा-फसाद कराकर सामंती-तानाशाही राज बनाने और देश की संपदा को अपने चहेते कारपोरेट को सौंपने की साजिश रचता रहा है।
आज मणिपुर में भाजपा-RSS की रणनीति को उग्र रूप से काम करते देखा जा सकता है। जहां लोगों की पहचान भारतीय नागरिक का न होकर संप्रदाय/वर्ग विशेष को अल्पसंख्यक व बहुसंख्यक में बाँटकर राजनैतिक ध्रुवीकरण कर सत्ता प्राप्ति/बनाए रखने का षड्यंत्र सर्वविदित है।
ऐसी अराजक स्थिति में कानून का राज खत्म होकर राजनैतिक तानाशाही से उपजी नंगी गुंडई, जिसमें महिलाओं को सरेराह बर्बर बेइज्जती करते एक नहीं कई घटनाएं (कई घटनाओं का जिक्र वहां के बेशर्म तानाशाह मुख्यमंत्री स्वयं स्वीकार रहा है) हुई और हो रही है।
आज जो मणिपुर की स्थिति है, वही स्थिति RSS भाजपा सारे भारत में करना चाहती है। और ऐसी अराजकता पैदा कर वह अंत में डेमोक्रेसी (पार्लियामेंट्री चुनावी डेमोक्रेसी) को खत्म कर सैनिक डिक्टेरशिप सरकार (नियमित सेना व RSS की संघीय वाहिनियाँ/संघ परिवार को मिलाकर मनुवादी फासिस्ट सरकार) बनाने का इरादा साफ दिख रहा है।

तब न चुनाव होंगे और न ही संवैधानिक संस्थाएं होंगी, न ही नागरिक प्रशासन होगा। सिर्फ और सिर्फ सारी संपत्तियाँ (राष्ट्र व निजी-पारिवारिक सभी तरह की आर्थिकी) कारपोरेटों के हाथों में होगी। जैसे राजशाही-सामंती राज में सब कुछ राजा का और राजा का कहा-बोला कानून होता है।
ऐसे राज को बनाने की ओर भाजपा/RSS बहुत हद तक जनमत को गुमराह कर सफल हो रहा है। अब आखरी सिरा बाकी है।
ऐसे में देश के तमाम राजनैतिक-सामाजिक नागरिक संस्थाओं, देश के तमाम मेहनतकश आवाम-किसान खेतिहर मजदूरों, संगठित-असंगठित क्षेत्रों के कुशल अकुशल मजदूरों, महिला संगठनो, लोकतंत्र-मानवाधिकार एक्टिविस्टों को एक होकर सैद्धांतिकी कार्यगत जन संघर्ष छेड़ना होगा।
आज सिर्फ तमाम लोगों को तटस्थ नहीं स्पष्ट पक्षधर होना होगा। वह या तो नागरिक अधिकार के पक्षधर राज्य के पक्ष में हों या नागरिकों को राज्य के आज्ञा पालक प्रजा बनाने के तानाशाही राज्य के पक्ष में हो। इन दो के सिवाय तीसरा कोई रास्ता नहीं है।
संयुक्त नागरिक मोर्चा के तत्वाधान में आयोजित आज के इस कार्यक्रम में गुरुघासीदास सेवादार संघ (GSS) एवं लोक सिरजनहार यूनियन (LSU) की भी उपस्थिति रही। GSS/LSU के अध्यक्ष श्री सुबोध ने सभा को संबोधित किया। कार्यक्रम में भाकपा, माकपा, भाकपा (माले-लिबरेशन) प्रगतिशील लेखक संघ (प्रलेस), इप्टा एवं किसानों-मजदूरों, छात्रों, कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभा का संचालन नंद कश्यप एवं आभार प्रदर्शन असीम तिवारी ने किया।

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