ग्राम सभा से अब तक 600 से अधिक विद्यार्थियों के बने जाति प्रमाण पत्र
कोरबा (आदिनिवासी)। शासन द्वारा जाति प्रमाण पत्र बनाने नियमों में की गई शिथिलता का लाभ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग सहित जरूरतमंद लोगों को मिलने लगा है। जाति प्रमाण पत्र के लिए आवश्यक मिसल न होने पर भी ग्राम सभा से पारित प्रस्ताव और अनुमोदन के आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनाये जा रहे हैं। इस प्रक्रिया का सबसे ज्यादा लाभ स्कूली विद्यार्थियों को हो रहा है। उनके जाति प्रमाण पत्र बनने से छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने के साथ ही चयन परीक्षाओं में भागीदारी के लिए आसानी हो रही है। कोरबा जिले में ग्राम सभा से पारित व अनुमोदित 600 से अधिक जाति प्रमाण पत्र स्कूली विद्यार्थियों के जारी किए जा चुके हैं, जबकि दो हजार से अधिक जाति प्रमाण पत्र जल्दी ही जारी होने के कगार पर है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशों के तहत स्कूली विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र स्कूल स्तर पर ही बनाये जा रहे हैं। इसके लिए जिले में कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा द्वारा सभी एसडीएम, तहसीलदार सहित जिला शिक्षा अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया गया है कि स्कूली विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र समय पर बनाये और किसी प्रकार के दस्तावेज की कमी होने पर उन्हें पूर्ण करते हुए जाति प्रमाण पत्र जारी करें। उन्होंने मिसल नहीं होने की स्थिति में ग्राम सभा के प्रस्ताव व अनुमोदन के आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश भी दिए हैं।
इसी कड़ी में कोरबा जिले में ग्राम सभा के अनुमोदन के आधार पर 605 विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया है। जिसमें करतला विकासखण्ड अंतर्गत 119, कोरबा ब्लॉक में 178, कटघोरा में 77, पाली में 80 और पोड़ी उपरोड़ा विकासखण्ड में 151 विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र ग्राम सभा के अनुमोदन के आधार पर जारी किए गए हैं। गौरलतब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान स्कूली विद्यार्थियों के जाति प्रमाणपत्र बनाने में मिसल संबंधी आ रही समस्याओं को देखते हुए निर्देशित किया था कि जिनका मिसल नहीं है उनका जाति प्रमाणपत्र बनाने के लिए अधिक से अधिक विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया जाए। मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत जिले में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूली विद्यार्थियों और उनके पालकों को बड़ी राहत मिली है।
अजजा के 383, अजा के 123 और अपिव के 99 जाति प्रमाण पत्र जारी
जिले में ग्राम सभा के अनुमोदन के आधार पर जाति प्रमाण जारी करने की प्रक्रिया जारी है। अभी तक जिले में अनुसूचित जनजाति के 383, अनुसूचित जाति के 123 और अन्य पिछड़ा वर्ग के 99 जाति प्रमाण पत्र ग्राम सभा के अनुमोदन से जारी किए गए हैं। मिसल या अन्य जरूरी दस्तावेज नहीं होने की स्थिति में ग्राम सभा से प्रस्ताव व अनुमोदन पर स्कूली विद्यार्थियों के जाति प्रमाण बनाये जा रहे हैं। लगभग दो हजार से अधिक आवेदन है, जो ग्राम सभा से प्राप्त है। कुछ दिनों के भीतर इन आवेदनों के आधार पर जाति प्रमाण पत्र जारी कर दिए जायेंगे।
बोतली के स्कूल में 245 विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र जारी
करतला विकासखण्ड के ग्राम बोतली हायर सेकेण्डरी स्कूल में कुल 275 विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र बनाया जाना है। जिसमें से 245 विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र जारी किए जा चुके हैं। 20 विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र तहसील स्तर पर बनने की प्रक्रिया में है और 10 विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र ग्राम सभा से अनुमोदित होकर अपलोड होने की स्थिति में है।
ग्राम सभा के अनुमोदन के आधार पर बनेंगे जाति प्रमाण पत्र
कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने सभी एसडीएम, तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि स्कूली विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र स्कूल स्तर पर बनाये जाने के निर्देश लगातार दिए जा रहे हैं। जिन विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र जारी करने में मिसल या रिकार्ड की समस्या आ रही है, उनका ग्राम सभा से प्रस्ताव व अनुमोदन के आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनाया जाना चाहिए। उन्होंने बच्चे के पिता या किसी सदस्य के जाति प्रमाण पत्र जारी होने पर भी उसे आधार मानते हुए जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने जाति प्रमाण पत्र बनाने में लापरवाही करने पर कड़ी कार्यवाही की बात कही है।