कोरबा में महिला कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ किया जोरदार विरोध प्रदर्शन
कोरबा (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार के एक वर्ष पूरा होने के विरोध में महिला कांग्रेस ने आज मुड़ापार बाजार में एक घंटे का शक्तिशाली प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर आयोजित इस प्रदर्शन ने सरकार की नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए।
प्रदर्शन में महापौर राजकिशोर प्रसाद ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान सरकार अपने ही आदिवासी समुदाय को न्याय नहीं दे पा रही है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाए कि:-
– हसदेव अरण्य में आदिवासियों की जमीन और जंगल को बेरहमी से उजाड़ा जा रहा है।
– शांतिपूर्ण विरोध करने वाले आदिवासियों पर जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
– मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय केवल दिल्ली के निर्देशों पर काम कर रहे हैं।
महिला नेतृत्व का तीखा प्रहार
महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम द्विवेदी ने सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने चिंताजनक खुलासे किए:
– शराब को बढ़ावा देने वाली नीतियां।
– घर तक शराब पहुंचाने की सुविधा।
– किसानों के साथ धोखाधड़ी।
किसान संकट
ग्रामीण महिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रभा तंवर ने किसान विरोधी नीतियों पर प्रकाश डाला:
– किसानों से किए गए वादों का पालन नहीं।
– धान खरीद में अनियमितताएं।
– मात्र 3100 रुपये की जगह 2300 रुपये का भुगतान।
विफलताओं का लेखा-जोखा
बांकी मोंगरा ब्लॉक अध्यक्ष टीकाराम मनहर ने सरकार की गंभीर विफलताओं को रेखांकित किया:
– बलौदा बाजार अग्निकांड।
– लोहारीडीह हत्याकांड।
– बलरामपुर हादसा।
– हसदेव जंगल की कटाई।
यह प्रदर्शन केवल एक राजनीतिक विरोध नहीं, बल्कि वंचितों की पीड़ा और उनके अधिकारों की मांग का प्रतीक था। सैकड़ों महिलाओं ने अपनी आवाज उठाई, जो दर्शाता है कि लोकतंत्र अभी भी जीवित है।
उक्त कार्यक्रम को शशीलता पाण्डेय, शांता मंडावे, पुष्पा पात्रे, माधुरी धु्रव, हमीदुन, रेशमा बेगम, छतबाई चौहान, अनीता तिवारी, जमुना राठौर, पूजा महंत, टिंकी महंत, योगिता चौहान, रितु महंत, सावित्री पाण्डेय, आरती बिंझवार, सकिला बेगम, आरफा बेगम, देवकीनंदन सिंह, सुनीता यादव, श्याम बाई खुंटे, शशी सारथी, त्रिवेणी मिरी, नीरा मोदी, निशांत, बबीता आदिले, आंगन बाई, संजीदा बेगम, सारौ बाई, निर्मला चौहान, ईशा चौहान, प्रमिला यादव, ललिता यादव, फरीदा बेगम, रजिया बेगम, संगन, जैतुन निशा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत में कुसुम द्विवेदी ने आभार व्यक्त किया।
इस प्रदर्शन ने सरकार के कामकाज पर गंभीर सवाल उठाए और लोकतांत्रिक अभिव्यक्ति की शक्ति को प्रदर्शित किया।