कोरबा (आदिनिवासी)| छत्तीसगढ़ के गौरवशाली जलसंसाधनों में से एक, मिनीमाता हसदेव बाँगो जलाशय, न केवल किसानों के खेतों को सिंचित करता है, बल्कि अपने अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य से पर्यटकों को भी मंत्रमुग्ध करता है। कोरबा जिले से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित यह जलाशय प्रदेश का सबसे बड़ा और ऊंचा बाँध है, जो अपनी संरचना और उपयोगिता दोनों के लिए विख्यात है।
मिनीमाता हसदेव बाँगो जलाशय का ऐतिहासिक महत्व
मिनीमाता हसदेव बाँगो परियोजना का नाम अविभाजित मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ की पहली महिला सांसद मिनीमाता के नाम पर रखा गया। 1992 में पूर्ण हुए इस जलाशय को प्रदेश का सबसे ऊंचा बाँध होने का गौरव प्राप्त है। जलाशय का निर्माण न केवल सिंचाई और पेयजल की जरूरतों को पूरा करने के लिए हुआ, बल्कि यह लाखों लोगों के जीवन को समृद्ध बना रहा है।
अद्भुत संरचना: तकनीक और ताकत का मिश्रण
बाँगो जलाशय तीन प्रमुख भागों में बना है
रॉक फिल बांध: लंबाई 177 मीटर
मेसनरी बांध: लंबाई 554.5 मीटर
मिट्टी बांध: लंबाई 1778 मीटर
इस बाँध की कुल लंबाई 2509.5 मीटर है। बाँध की जल संग्रहण क्षमता 2894.33 मिलियन क्यूबिक मीटर (लाइव स्टोरेज) और 3264.33 मिलियन क्यूबिक मीटर (ग्रॉस स्टोरेज) है। इसकी ऊंचाई नदी के तल से 73 मीटर और फाउंडेशन लेवल से 87 मीटर है।
किसानों की समृद्धि का आधार
यह जलाशय छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए जीवनरेखा है। बाँध का जलग्रहण क्षेत्र 6730 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इसके पानी से सैकड़ों हेक्टेयर खेतों की सिंचाई होती है, जिससे किसानों की फसलों को नई जान मिलती है। यह जलाशय ग्रामीण इलाकों में पानी की समस्या को हल करने और कृषि को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
पर्यटकों के लिए एक स्वर्ग
बाँगो जलाशय के आसपास के नयनाभिराम दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। ऊंचे पहाड़ों और जलमग्न वादियों के बीच स्थित यह स्थान प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है। पर्यटक यहाँ आकर शांत पानी की झील और उसके प्रतिबिंबित नीले आकाश को निहारते हैं।
कोरिया जिले से आए पर्यटक परमानंद दास ने कहा, “बाँगो बाँध का प्राकृतिक सौंदर्य अद्भुत है। यहाँ आकर नीले आसमान जैसा पानी और पहाड़ों की छवि देखकर मन प्रसन्न हो गया। यह यात्रा हमारे लिए अविस्मरणीय है।”
सुरक्षा और संरक्षा: एक आधुनिक दृष्टिकोण
बाँध की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। यहां सीसीटीवी कैमरों और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। बाँध की संरचना को सुरक्षित रखने के लिए समय-समय पर जटिल मरम्मत कार्य किए जाते हैं।
मिनीमाता हसदेव बाँगो जलाशय न केवल छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक धरोहर है, बल्कि यह राज्य के जल संसाधन और कृषि क्षेत्र का आधार भी है। इस जलाशय का दौरा करना न केवल सौंदर्य का अनुभव कराता है, बल्कि इसकी उपयोगिता और ऐतिहासिक महत्व को भी समझने का अवसर देता है।