कोरबा (आदिनिवासी)। मंझवार समाज के सर्किल क्षेत्र खेतार, गहनिया, बेला एवं परसाखोला के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम बेला में एक दिवसीय “नशामुक्ति अभियान महासभा” का आयोजन किया गया। इस महासभा का मुख्य उद्देश्य समाज को नशे से मुक्त करने, शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने पर चर्चा करना था। साथ ही, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को शादी-ब्याह, छठी, बरही जैसे सामाजिक कार्यक्रमों में आर्थिक सहयोग प्रदान करने पर भी सहमति बनी।
महासभा में उपस्थित प्रमुख लोग
इस अवसर पर खेतार सर्किल के सर्किल प्रमुख रतन सिंह मंझवार, धनगांव से धनसाय मंझवार, लिमडीह महासचिव मनमोहन मंझवार, करूमौहा से जगत राम मंझवार, कोषाध्यक्ष बृजलाल मंझवार, लेमरू से ठाकुर राम गुरु जी, जनपद सदस्य बलराम साहू, अमर सिंह खेतार, विष्णु मंझवार, माकुद मंझवार, प्रेमसिंह खेतार सहित सैकड़ों समाजजन उपस्थित रहे। महिला सदस्यों में सुमनबाई, नोनीबाई, पूर्णिमा, दुर्गेश्वरी, श्यामबाई आदि ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।
नशामुक्ति पर जोर: अगर हम बदलेंगे, तो समाज बदलेगा”
बेला निवासी देव कुमार मंझवार ने कहा- नशा हमारे परिवार और समाज को खोखला कर रहा है। अगर हम स्वयं नशे से दूर रहेंगे, तो हमारे बच्चे भी इस बुराई से बचेंगे। नशा करने से न तो शिक्षा मिल पाती है और न ही आर्थिक तरक्की होती है।
चैत कुंवर ने बताया – नशा पारिवारिक कलह और हिंसा को जन्म देता है, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है और परिवार गरीबी के दलदल में फंस जाता है।”
समाज के नेताओं ने लिया ठोस निर्णय
सर्किल प्रमुख रतन सिंह मंझवार ने चिंता जताते हुए कहा – “आज नशे की लत ने बच्चों तक को अपनी चपेट में ले लिया है, जो भविष्य के लिए अशुभ संकेत है। हमें अपने समाज को पूरी तरह नशामुक्त बनाना होगा, तभी शिक्षा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।”
इस महासभा में यह निर्णय लिया गया कि समाज के हर सदस्य को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाएगा और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की मदद की जाएगी, ताकि मंझवार समाज शिक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण के मामले में आगे बढ़ सके।