रविवार, दिसम्बर 8, 2024

मंहगाई, बेरोजगारी और बदहाल अर्थव्यवस्था के खिलाफ वामपंथी पार्टियों ने किया प्रदर्शन

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माकपा, भाकपा, भाकपा (माले) ने प्रदर्शन कर मोदी सरकार की नीतियों का जमकर किया विरोध

कोरबा (आदिनिवासी)। बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी व बेहाल अर्थव्यवस्था के खिलाफ वामपंथी पार्टियों का देशव्यापी आह्वान के तहत तानसेन चौक कोरबा में माकपा, भाकपा, भाकपा (माले), ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन कर मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।

वामपंथी पार्टियों के आह्वान पर मजदूर संगठन, किसान सभा, जनवादी नौजवान सभा, आदिनिवासी गण परिषद के कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शन को एटक के महासचिव हरिनाथ सिंह, माकपा जिला सचिव प्रशांत झा, भाकपा सचिव एम एल रजक, माले के सचिव बी एल नेताम सीटू जिला अध्यक्ष एस एन बेनर्जी, एस घोष, डी एल टंडन, किसान सभा के जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर, दीपक साहू, नौजवान सभा के दामोदर श्याम, मनोज विश्वकर्मा ने संबोधित किया।

वामपंथी पार्टियों के नेताओं ने मोदी सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि पिछले एक वर्ष में देश मे पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में 70% की बढ़ोतरी हुई है। सब्जी की कीमतें आसमान छू रहा है। सरकार पर आरोप लगाते हुए नेताओं ने कहा कि खादय पदार्थों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि ने आम जनता को भुखमरी की ओर धकेल दिया है। देश मे बेकार के मुद्दों पर चर्चा हो रही है युवा बेरोजगार है उनका ध्यान लगातार भटकाया जा रहा है। मंहगाई के साथ साथ बढ़ती बेरोजगारी की दोहरी मार ने जनता की कमर ही तोड़ दी है। दूसरी ओर रोजगार की कोई गारंटी नहीं है। सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण हो रहा है पदों को लगातार समाप्त किया जा रहा है। वामपंथी पार्टी के नेताओं ने मंहगाई और बेरोजगारी के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाने का निर्णय लिया है।

वामपंथी दलों की क्या है मांगें

पेट्रोलियम उत्पादों पर लगे सारे सरचार्ज और टैक्स वापस लेने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए दाल और खाद्य तेल सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं को सस्ती दरों पर मुहैया कराने, आयकर की सीमा से बाहर वाले सभी परिवारों को 7500 रुपए प्रतिमाह नगद सहायता देने, मनरेगा के लिए आवंटन बढ़ाने और बकाया मजदूरी का भुगतान करने, बेरोजगारी भत्ते के लिए केंद्रीय कानून बनाने, शहरी क्षेत्रों के लिए भी रोजगार गारंटी कानून बनाने, गरीबों के बिजली बिल माफ करने, वन भूमि में कबीजो को वनाधिकार पट्टा देने तथा केंद्र और राज्य सरकार के विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र में रिक्त पड़े पदों को भरने की मांग की है।

प्रदर्शन में अमित गुप्ता, आरडी चंद्रा, रामपूजन, रामप्रसाद वाईकर, जे.पी.सिंह, राजेश नागराज, नंद कुमार, सुनील सिंह, धर्मेंदर सिंह, पी.के.वर्मा, एस.के.सिंह, रामजी शर्मा, भूपेंद्र गोंड, डिकेश्वर देवांगन, शिव कुमार यादव, जय कौशिक, जनरैल सिंह, अभिजीत गुप्ता, दिलहरण बिंझवार, संजय यादव, पुरषोत्तम, सुराज सिंह, बृजपाल, मनोहर साहू, साजी, के साथ ही बड़ी संख्या में वामपंथी पार्टियों के कार्यकर्ता मौजूद थे।

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