कोरबा (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयंती वर्ष पर कोरबा जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में महतारी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य महिलाओं और माताओं को स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण और अधिकारों के प्रति सशक्त और जागरूक बनाना था।
इस अवसर पर मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, पोषण एवं महिला अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं और सेवाओं जैसे —
चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, महिला हेल्पलाइन 181,सखी वन स्टॉप सेंटर, घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न से सुरक्षा, स्पॉन्सरशिप योजना के बारे में महिलाओं को जानकारी दी गई। साथ ही उन्हें साइबर सुरक्षा से संबंधित जरूरी विषयों — जैसे साइबर बुलिंग, सोशल मीडिया जोखिम, फर्जी डिजिटल अरेस्ट, फर्जी कॉल, ऑनलाइन जॉब फ्रॉड, साइबर ग्रूमिंग, यौन शोषण और फर्जी आईडी फ्रेंडशिप जैसे मामलों से सतर्क रहने के उपाय भी बताए गए।
सम्मेलन के साथ ही विकासखंड और परियोजना स्तर पर महतारी मेगा हेल्थ कैंप का आयोजन भी किया गया। इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं और किशोरी बालिकाओं का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण और परामर्श किया गया। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित इस शिविर में महिलाओं को बेहतर जीवनशैली और पोषण से जुड़ी जानकारी दी गई।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों को केवल पोषण वितरण केंद्र ही नहीं, बल्कि लर्निंग स्पेस के रूप में विकसित करने पर जोर दिया गया। पंचायत प्रतिनिधियों, पालकों और समुदाय के साथ मिलकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने केंद्रों की सफाई और व्यवस्थाओं में सुधार किया।
रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में एकलव्य आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों को पाली स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर का भ्रमण भी कराया गया। यहां छात्रों को प्राचीन कालीन स्थापत्य कला, धार्मिक महत्व और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण की जरूरत पर जानकारी दी गई।
यह आयोजन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि एक सामाजिक पहल थी, जिसमें महिलाओं को आत्मनिर्भर और अधिकारों के प्रति सजग बनाने का प्रयास हुआ। साथ ही, बच्चों को सांस्कृतिक धरोहरों से जोड़कर उनकी सांस्कृतिक जड़ों और पहचान को मजबूत करने का कदम भी उठाया गया।