सरकारी मदद और परिवार के सहयोग से मिली जीवन की नई रोशनी
कोरबा (आदिनिवासी)| पोड़ीबहार की निवासी 46 वर्षीय जॉयना मसीह ने ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को हराकर एक नई मिसाल कायम की है। आर्थिक तंगी और महंगे इलाज की कठिनाइयों के बावजूद, उनकी इस जंग में मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना ने निर्णायक भूमिका निभाई। जॉयना अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और अपने अनुभव को एक नई प्रेरणा के रूप में साझा कर रही हैं।
करीब 14 महीने पहले, जॉयना मसीह को अचानक अपने सीने में दाईं तरफ एक गांठ महसूस हुई। जांच कराने पर डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेस्ट कैंसर होने की जानकारी दी। यह खबर उनके लिए किसी झटके से कम नहीं थी। जॉयना ने कहा, “जब मुझे यह पता चला, तो ऐसा लगा कि मानो मेरे पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई हो।”
हालांकि, जॉयना के पास इस बीमारी से लड़ने का साहस था, लेकिन इलाज के भारी खर्च ने उन्हें और उनके परिवार को असहाय कर दिया। कैंसर का इलाज अत्यधिक महंगा था, और उनके पास इसे वहन करने के पर्याप्त साधन नहीं थे।
ऐसे मुश्किल समय में उनके एक रिश्तेदार ने उन्हें मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के बारे में बताया। इस योजना का उद्देश्य गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह जानकारी जॉयना के परिवार के लिए उम्मीद की एक नई किरण बनकर आई।
परिजनों ने योजना के तहत आर्थिक मदद के लिए रायपुर के पहुना कार्यालय में आवेदन किया। चिकित्सकीय परीक्षण और आवश्यक रिपोर्ट तैयार होने के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने उनके आयुष्मान कार्ड में ₹90,000 की धनराशि जमा की। पहले से कार्ड में मौजूद ₹45,000 के साथ, कुल राशि ₹1,35,000 हो गई।
जॉयना का इलाज लंबा और कठिन था। उन्हें आठ बार कीमोथेरेपी करानी पड़ी, इसके अलावा ऑपरेशन और 21 दिन की रेडिएशन थेरेपी भी हुई। उनके पति, मां और बहन ने उनके इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी। इलाज के लिए परिवार ने अपनी सालों की जमा पूंजी और पैतृक संपत्ति का भी उपयोग किया।
जॉयना ने बताया, “हमने अपनी तरफ से हरसंभव कोशिश की, लेकिन इलाज की लागत इतनी ज्यादा थी कि हमें आर्थिक मदद की जरूरत पड़ी। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से मिले ₹1,35,000 ने हमें बेहतर इलाज का अवसर दिया।”
जॉयना अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। वह अपने दैनिक कार्य सामान्य तरीके से कर रही हैं और एक नई ऊर्जा के साथ जीवन जी रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और इस योजना के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह योजना न केवल मेरे लिए, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए भी वरदान है। इससे हमें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने का साहस और साधन मिला।”
जॉयना मसीह की यह कहानी सिर्फ एक व्यक्ति की जीत नहीं है, बल्कि यह बताती है कि सही समय पर सहायता और मजबूत इरादे किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना ने न केवल जॉयना की जिंदगी बचाई, बल्कि यह साबित किया कि सरकारी योजनाएं किस तरह लोगों के जीवन को बदल सकती हैं।
आवश्यक है कि ऐसी योजनाओं को और व्यापक स्तर पर प्रचारित किया जाए, ताकि जरूरतमंद लोग इसका लाभ उठा सकें और जीवन की कठिन लड़ाइयों में विजयी हो सकें।