गुरूवार, दिसम्बर 12, 2024

कृषक उन्नति योजना से किसानों की जिंदगी में खुशहाली, आर्थिक स्थिति में हो रहा सुधार!

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कृषक उन्नति योजना कैसे बदल रही है किसानों की जिंदगी?

कोरबा (आदिनिवासी)| छत्तीसगढ़ में किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और खेती-किसानी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई कृषक उन्नति योजना किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है। इस योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता से किसान न केवल अपनी फसलों का उत्पादन बढ़ा रहे हैं, बल्कि उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है।

इस योजना का लाभ किसानों को समर्थन मूल्य पर धान की खरीद के माध्यम से भी मिल रहा है। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रति एकड़ 21 क्विंटल की दर से 3100 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर धान की खरीद की है। यह निर्णय किसानों के श्रम का सम्मान करने के साथ-साथ उनकी आय को बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है।

पाली विकासखंड के चैतमा धान खरीदी केंद्र में धान बेचने आए ग्राम केराकछार के किसान रामायण सिंह की कहानी कई किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है। रामायण सिंह ने इस सीजन में 100 क्विंटल धान बेचा है और इसके बदले उन्हें 3100 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान मिला है। उन्होंने बताया कि इस योजना के माध्यम से उन्हें अपनी मेहनत का सही मूल्य मिल रहा है, जिससे उनका उत्साह और आत्मविश्वास बढ़ा है।

रामायण सिंह ने कहा, “हम अपनी मेहनत का सही मूल्य पाकर बेहद खुश हैं। इससे हमारी आर्थिक स्थिति बेहतर हो रही है और हम अपने भविष्य के लिए बेहतर योजनाएं बना पा रहे हैं।”

उनके साथ मौजूद उनके बेटे ओम प्रकाश ने भी सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, “कृषक उन्नति योजना और समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी से हमें आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला है। पहले हमें अपनी फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता था, लेकिन अब सरकार ने हमारे श्रम को सम्मानित किया है।”

रामायण सिंह का परिवार चार सदस्यों का है, जिसमें उनकी पत्नी श्रीमती वृंदा, बेटा ओम प्रकाश और बहू शामिल हैं। परिवार के सभी सदस्य मिलकर लगभग 10 एकड़ भूमि पर खेती करते हैं। रामायण सिंह का मानना है कि उनका परिवार एकजुट होकर काम करता है, और इसी एकजुटता के कारण वे अपनी फसल उत्पादन में लगातार वृद्धि कर पा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि पिछले खरीफ सीजन में उन्होंने 168 क्विंटल धान बेचा था, जिससे उन्हें कृषक उन्नति योजना के तहत 1.50 लाख रुपये की आदान सहायता राशि प्राप्त हुई थी। इस धनराशि का उपयोग उन्होंने इस खरीफ सीजन में फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए उन्नत बीज, खाद और कृषि यंत्र खरीदने में किया।

रामायण सिंह ने कहा, “इस योजना के तहत हमें जो आर्थिक सहायता मिलती है, उससे हम बेहतर बीज, खाद और उर्वरक खरीद पाते हैं। उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल करके हम अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि कर रहे हैं। इसका सीधा असर हमारी आय पर पड़ा है, और हमारा जीवन बेहतर हो रहा है।”

इस बार धान की बिक्री से मिलने वाली राशि का उपयोग वह अपनी घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ अपनी कृषि को और अधिक समृद्ध बनाने में करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

छत्तीसगढ़ सरकार की कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना के माध्यम से किसान उन्नत तकनीकों, बेहतर किस्म के बीज, खाद और कृषि उपकरण खरीद पाते हैं। सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के निर्णय ने भी किसानों को बड़ी राहत दी है।

इसके तहत 2024-25 के खरीफ विपणन वर्ष में प्रति एकड़ 21 क्विंटल की दर से 3100 रुपये प्रति क्विंटल पर धान की खरीद की जा रही है। इससे किसानों को अपनी फसल उपज का उचित मूल्य मिल रहा है।

किसान रामायण सिंह और उनके बेटे ओम प्रकाश ने सरकार का आभार जताते हुए कहा, “हम छत्तीसगढ़ सरकार का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने किसानों के लिए यह योजना लागू की। इस योजना ने हमारे श्रम को सम्मानित किया है और हमें अपनी फसल का उचित मूल्य प्राप्त करने का अवसर दिया है। इससे हमारी मेहनत को सही पहचान मिल रही है और हम अपनी खेती से अधिक लाभ कमा पा रहे हैं। हम सरकार के इस प्रयास की सराहना करते हैं और आशा करते हैं कि ऐसी योजनाएं आगे भी हमारे जीवन को बेहतर बनाएंगी।”

छत्तीसगढ़ सरकार के इस कदम से न केवल किसानों की आय में वृद्धि हो रही है, बल्कि कृषि कार्य में उनकी भागीदारी और आत्मनिर्भरता भी बढ़ रही है। कृषक उन्नति योजना के माध्यम से राज्य सरकार ने किसानों की खुशहाली और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त किया है।

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