रविवार, जनवरी 26, 2025

जीएम सरसों के उपयोग में जल्दबाजी न करे सरकार: किसान सभा ने कहा

Must Read

रायपुर (आदिनिवासी)। अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध छत्तीसगढ़ किसान सभा ने केंद्र सरकार से जीएम सरसों के व्यवसायिक उपयोग में जल्दबाजी न करने के लिए कहा है। किसान सभा ने कहा है कि सरकार को जीएम सरसो के उपयोग से पारिस्थितिकी और स्वास्थ्य संबंधी प्रभावों के बारे में उठी शंकाओं का ठोस और वैज्ञानिक समाधान प्रस्तुत करना चाहिए।

आज यहां जारी एक बयान में छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते और महासचिव ऋषि गुप्ता ने कहा है कि हालांकि कृषि तकनीक और उच्च उपज वाले बीजों का विकास खाद्यान्न आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए जरूरी है, लेकिन अनुभव बताता है कि ऐसे समाधानों का उपयोग किसानों और उपभोक्ताओं के हितों के बजाय कॉर्पोरेट हितों को आगे बढ़ाने के लिए किया गया है। इससे किसान बर्बाद हुए हैं और कृषि उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य भी हासिल नहीं हुआ है।

किसान नेता संजय पराते

किसान सभा नेताओं ने कहा है कि डीएमएच-II सरसों एक संकर बीज है, जिसे किसानों को हर मौसम में नए सिरे से खरीदना होगा। लेकिन आज भी देश में यह सुनिश्चित करने के लिए कोई संस्थागत, नियामक ढांचा नहीं है कि ये बीज किसानों को कम कीमत पर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके साथ ही खाद्य फसलों में जहरीले कृषि रसायनों के अनियंत्रित उपयोग को बढ़ावा देने के कारण कृषि लागत में बेतहाशा वृद्धि होगी, साथ ही ये जहरीले कृषि-रसायन किसानों, कृषि श्रमिकों और उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालेंगे। इसलिए ऐसे रसायनों के उपयोग से बचने के लिए और शोध किए जाने की जरूरत है।

- Advertisement -
  • nimble technology
Latest News

निर्वाचन प्रशिक्षण: निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने का कलेक्टर का आह्वान

0 निर्वाचन प्रक्रिया में गलती की कोई गुंजाइश न हो - कलेक्टर अजीत वसंत 0 कलेक्टर ने प्रशिक्षण स्थलों...

More Articles Like This