कोरबा (आदिनिवासी)। भारत सरकार के नीति आयोग और नैस्कॉम फाउंडेशन ने मिलकर कोरबा जनपद पंचायत के सरपंचों के लिए दो दिवसीय डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य ग्राम पंचायतों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना और उनके दैनिक कार्यों को सुगम और पारदर्शी बनाना है। यह प्रशिक्षण प्रधानमंत्री डिजिटल साक्षरता अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य
इस कार्यक्रम का प्राथमिक लक्ष्य सरपंचों को डिजिटल उपकरणों और ई-गवर्नेंस सेवाओं के प्रभावी उपयोग में कुशल बनाना है। नैस्कॉम फाउंडेशन की “डिजी-साक्षर” पहल विशेष रूप से वंचित समुदायों को डिजिटल कौशल प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है। प्रशिक्षण में सरपंचों को कंप्यूटर कौशल, साइबर सुरक्षा और इंटरनेट के सुरक्षित एवं प्रभावी उपयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन जानकारी दी गई।

कार्यक्रम का उद्घाटन और प्रतिभागी
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन कोरबा जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती कौशाम्बी गबेल और विकास विस्तार अधिकारी श्रीमती महेश्वरी साव ने किया। नैस्कॉम फाउंडेशन की ओर से प्रोजेक्ट फील्ड ऑफिसर श्री लोकेश तिवारी और मास्टर ट्रेनर श्रीमती अनुसुईया ने प्रशिक्षण प्रदान किया। इस महत्वपूर्ण पहल में 65 ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो स्थानीय शासन में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हैं।

डिजिटल साक्षरता का महत्व
उद्घाटन सत्र में, श्रीमती गबेल ने आज के युग में डिजिटल साक्षरता की महत्ता और आवश्यकता पर प्रकाश डाला। श्री लोकेश तिवारी ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के सुरक्षित उपयोग पर जोर देते हुए कई उपयोगी सुझाव साझा किए, जिससे सरपंच अपने कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से कर सकें।

“आकांक्षी जिला कार्यक्रम” की भूमिका
नैस्कॉम फाउंडेशन ने वर्ष 2022 में “आकांक्षी जिला कार्यक्रम” की शुरुआत की थी। इस कार्यक्रम का लक्ष्य 55 आकांक्षी जिलों में डिजिटल साक्षरता, ई-गवर्नेंस और कौशल विकास के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को सशक्त बनाना है। इस पहल के तहत, डिजिटल संसाधन केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो समुदायों को आवश्यक डिजिटल उपकरणों और सेवाओं तक पहुँच प्रदान करते हैं। यह प्रशिक्षण इसी व्यापक कार्यक्रम का एक अभिन्न अंग है, जो ग्रामीण भारत को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।