कलेक्टर ने विद्यालय में बच्चों को परोसा भोजन, मातृभाषा में संवाद का दिया संदेश
कोरबा (आदिनिवासी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार, कोरबा जिले के विद्यालयों में नियमित रूप से “न्योता भोज” कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम छात्रों के लिए विशेष भोजन और प्रोत्साहन का आयोजन करने का अनूठा प्रयास है। इस पहल के तहत जिले के 400 से अधिक विद्यालयों में अब तक विद्यार्थियों को न्योता भोज के माध्यम से खास भोजन उपलब्ध कराया गया है।
इस कार्यक्रम की अगली कड़ी में, कलेक्टर अजीत वसंत ने आज सपत्नीक करतला विकासखंड के वनांचल ग्राम कोटमेर स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में आयोजित न्योता भोज में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने स्वयं विद्यार्थियों को खीर और पूड़ी परोसी और बच्चों एवं ग्रामीणों के साथ बैठकर भोजन किया। कलेक्टर वसंत ने ग्रामीणों और अभिभावकों से अपील की कि वे अपने जन्मदिन और अन्य खास मौकों पर विद्यालयों में “न्योता भोज” का आयोजन करें, ताकि इन विशेष दिनों को और भी यादगार बनाया जा सके।
शिक्षा के महत्व पर जोर
भोजन के दौरान, कलेक्टर अजीत वसंत ने विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए उन्हें जीवन में शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने माता-पिता और रिश्तेदारों के साथ मातृभाषा में संवाद करें, ताकि अपनी जड़ों से जुड़े रहें। साथ ही, कलेक्टर ने विद्यार्थियों को शिक्षा के माध्यम से अपने जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा दी।
ग्रामीणों की समस्याओं पर चर्चा
इस आयोजन के दौरान, कोटमेर के ग्रामीणों ने कलेक्टर वसंत से क्षेत्र की स्थानीय समस्याओं के बारे में चर्चा की। कलेक्टर ने ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान से सुना और तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों को इन मुद्दों के त्वरित समाधान के निर्देश दिए। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी टी. पी. उपाध्याय, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, शाला प्रबंधन समिति के सदस्य, ग्राम सरपंच, विद्यार्थियों के अभिभावक, और अन्य ग्रामीण भी उपस्थित थे।
सामाजिक सहभागिता को बढ़ावा
कलेक्टर वसंत की इस पहल से जिले में सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा मिला है। ग्रामीणों और स्थानीय समाज के साथ बच्चों के प्रति एकजुटता और सहानुभूति की भावना को बढ़ावा देने के लिए “न्योता भोज” जैसे आयोजन न केवल बच्चों के विकास में सहायक हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी महत्वपूर्ण कदम हैं।