कोरबा (आदिनिवासी)। भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) में नियुक्ति और वेतन की पारदर्शिता को लेकर रामपुर के विधायक फूलसिंह राठिया ने बालको के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश कुमार को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने स्थानीय और बाहरी राज्यों से आए इंजीनियरों और कर्मचारियों की नियुक्ति संबंधी कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी मांगी है।
विधायक राठिया ने कलेक्टर के माध्यम से पांच प्रमुख बिंदुओं में विस्तृत जानकारी की मांग की है, जिसमें बालको प्लांट में कार्यरत इंजीनियरों और उच्च शिक्षा प्राप्त कर्मचारियों का विवरण शामिल है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के इंजीनियरों और अन्य राज्यों से आए इंजीनियरों की नियुक्ति के समय मिलने वाली सैलरी और वर्तमान वेतन संरचना की जानकारी मांगी है। इसके अलावा, उन्होंने कोरबा जिले के स्थानीय निवासियों की नियुक्ति के समय की सैलरी और वर्तमान वेतन में हुए अंतर का भी विवरण मांगा है।
पत्र में विधायक राठिया ने 2014 से अब तक बालको में नियुक्त छत्तीसगढ़ के बाहर से आए अधिकारियों और कर्मचारियों की कुल संख्या के बारे में भी जानकारी मांगी है। साथ ही, कोरबा जिले के कितने उच्च शिक्षा प्राप्त स्थानीय निवासी वर्तमान में बालको में कार्यरत हैं, इसका आंकड़ा भी मांगा गया है।
यह पत्र बालको में नियुक्तियों और वेतन की पारदर्शिता को लेकर विधायक की चिंताओं को दर्शाता है। इस जांच का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्थानीय प्रतिभाओं को उचित अवसर और वेतन दिया जा रहा है या नहीं। राठिया ने अपने पत्र में इन सभी बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराने की मांग की है, जिससे सही तथ्यों की जांच की जा सके।
यह कदम स्थानीय लोगों के हितों की रक्षा और बाहरी राज्यों से आए कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। अब देखना यह है कि बालको प्रबंधन इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है और क्या जानकारी सार्वजनिक की जाती है।
विधायक द्वारा उठाए गए ये सवाल कोरबा और छत्तीसगढ़ राज्य के इंजीनियरों और स्थानीय निवासियों के हितों की रक्षा के उद्देश्य से किए गए हैं। इस मुद्दे की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच से यह सुनिश्चित होगा कि बालको प्लांट में नियुक्ति और वेतन में कोई भेदभाव नहीं हो रहा है। अब सभी की नजरें बालको के जवाब पर टिकी हैं।