कोरबा (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के बड़ेकलुआ गांव की रहने वाली आदिवासी किसान की बेटी प्रगति सिंह ने एक बार फिर अपने गांव और पूरे राज्य का नाम रोशन किया है। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, बचारापोड़ी में 11वीं कक्षा की जीव विज्ञान की छात्रा प्रगति को सरकार द्वारा विज्ञान रोबोटिक प्रौद्योगिकी में जानकारी प्राप्त करने के लिए जापान भेजे जाने का चयन किया गया है।
यह गौरव की बात है कि प्रगति, जो एक आदिवासी परिवार से आती है और ग्रामीण क्षेत्र से ताल्लुक रखती है, उसे इस प्रतिष्ठित अवसर के लिए चुना गया है। वह छत्तीसगढ़ से चुने गए तीन छात्रों में से एक है, जिनमें से दो बस्तर से हैं।
यह प्रगति की कड़ी मेहनत और लगन का परिणाम है, जिसने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में गहरी रुचि दिखाई है। जापान में, वह रोबोटिक्स के क्षेत्र में नवीनतम प्रगति के बारे में जानने और इस ज्ञान को अपने समुदाय में वापस लाने का अवसर प्राप्त करेगी।
इस उपलब्धि पर प्रगति को आदिवासी समाज सहित पूरे प्रदेश से बधाई और शुभकामनाएं मिल रही है।
आदिवासी छात्रा प्रगति सिंह की इस कहानी से प्रेरणा मिलती है कि कड़ी मेहनत और लगन से सपने पूरे किए जा सकते हैं। बस, लड़कियों को शिक्षा और अवसरों तक समान पहुंच मिलनी चाहिए।
आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों में भी प्रतिभा की कमी नहीं होती है।