जिले के 07 केंद्रों में होगी नि:शुल्क कोचिंग कक्षा संचालित: शासकीय शालाओं के बच्चे ले सकेंगे लाभ
रायगढ़ (अदिनिवासी)। शासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ शासन द्वारा स्वामी आत्मानंद नि:शुल्क कोचिंग योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के विकासखंडो में 150 कोचिंग केंद्र से ऑनलाइन जुड़कर शुभारंभ किया गया। रायगढ़ जिले के अंतर्गत 07 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में स्थापित कोचिंग क्लास का भी आज ऑनलाइन शुभारंभ किया गया। उपरोक्त कोचिंग कक्षा हेतु जिले सभी 07 विकासखण्डों के 314 विद्यार्थियों में से मेडिकल के 249 तथा इंजीनियरिंग 65 विद्यार्थियों का पंजीयन किया गया है।
आज के शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से प्रदेश के सभी संभागों के अंतर्गत आने वाले सभी केंद्र से ऑनलाइन जुड़कर शिक्षकों तथा बच्चों से चर्चा किये। सभी बच्चों ने इस योजना का स्वागत कर अपने अपने सपने को साकार करने में योजना की प्रशंसा कर मुख्यमंत्री तथा छत्तीसगढ़ शासन का धन्यवाद ज्ञापित किया। उल्लेखनीय है कि इस योजना के अंतर्गत ख्याति प्राप्त निजी कोचिंग संस्था एलन कैरियर इंस्टीट्यूट, कोटा, राजस्थान के शिक्षकों के द्वारा नि:शुल्क ऑनलाइन कोचिंग प्रदान किया जायेगा। कोचिंग कक्षा संचालन हेतु छत्तीसगढ़ शासन तथा एलन संस्था के मध्य एमओयू हुआ है । इस संस्था की ओर से उपस्थित स्टेट व जोनल पदाधिकारियों ने योजना में अपनी सहभगिता के संबंध में जानकारी दी गयी। शुभारंभ कार्यक्रम में प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। स्कूल शिक्षा मंत्री ने संबोधित कर शासन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे विभिन्न कार्यों व योजनाओं की जानकारी देकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
मुख्यमंत्री ने कुछ बच्चों से सीधे चर्चा कर बच्चों की योजना के प्रति खुशियों को अनुभव कर ऑनलाइन जुड़े सभी बच्चों का उत्साहवर्धन कर इस योजना का लाभ लेकर मेहनत करके अपने सपने पूरे करने की अपील कर सबको शुभकामनाएं दी। शुभारंभ कार्यक्रम के पश्चात एलन इंस्टिट्यूट के द्वारा कोचिंग प्रदान करना भी शुरू कर दिया गया है। आज के कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर जिले के सभी 07 कोचिंग केंद्रों पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बीआरसीसी, नोडल प्राचार्य, नोडल शिक्षकों के साथ अध्ययन करने वाले सभी बच्चे एवं उनके पालक उपस्थित रहे।