गुरूवार, नवम्बर 21, 2024

बिलासपुर: आदिवासी समाज ने भरी हुंकार, अब की बार आदिवासी सरकार

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ए दारी, हमर बारी! के नारे के साथ सौंपा ज्ञापन

बिलासपुर (आदिनिवासी)। एक लंबे समय से आदिवासी समाज पर हो रहे उत्पीडन, अन्याय और उपेक्षा से क्षुब्ध होकर बिलासपुर जिले के सर्व आदिवासी समाज के हजारों की भीड़ ने कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव कर राज्यपाल और मुख्य मंत्री के नाम कलेक्टर बिलासपुर को ज्ञापन सौंपा।
पहले जिले के तखतपुर, बिल्हा, कोटा, मस्तुरी, बेलतरा और बेलगहना, मल्हार एवं सीपत क्षेत्र से आदिवासी समाज के सियान, जवान, महिला और युवाजनो ने कोंहेरे उद्यान तिलक नगर बिलासपुर में इकट्ठे होकर आदिवासी पंचायत का आयोजन किये।

सभा की अध्यक्षता एवं संचालन रमेश चन्द्र श्याम जिला अध्यक्ष ने की। रिखीराम नेताम जिला महासचिव ने आदिवासियों के मांगपत्र को संक्षेप में सगाजनो से साझा किया। युवराज प्रधान प्रदेश उपाध्यक्ष ने समाज के साथ हो रहे अन्याय और उत्पीडन को रेखांकित किया। धेलु राम पौंसरी चक अध्यक्ष बिल्हा ने समाज को संगठित होने का आव्हान किया। तत्पश्चात सभा जुलुस के रूप में नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुची और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।

मिडिया से बात करते हुए जिला अध्यक्ष रमेश चन्द्र श्याम ने आदिवासी समाज के मन की बात रखी। २००१ में अलग छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण से आदिवासी समाज के मन में उम्मीद जगी थी कि अब उनकी भी व्यथा सुनी जायेगी और दुःख तकलीफ दूर होंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आबादी का एक तिहाई और दो तिहाई भू भाग पर निवासरत आदिवासी समाज अपने संवैधानिक हक़-हिस्से के लिए निरंतर सड़क पर संघर्ष कर रहा है। उनका आरक्षण स्वाहा हो रहा है। कानूनन प्रतिबन्ध के बावजूद आदिवासियों की जमीन को गैर आदिवासी लोग प्रशासनिक मिलीभगत और गैरकानूनी तरीके से हथिया रहे हैं। विकास के नाम पर जंगल से आदिवासी बेदखल किये जा रहे हैं। पेसा कानून में ग्रामसभा का अधिकार कम कर दिया गया है। केन्द्रीय सरकार का प्रस्तावित वन संरक्षण अधिनियम आदिवासियों के जंगल पर नैसर्गिक अधिकार समाप्त करने वाला है।

मिडिया के सवाल “यदि मांगे नहीं मानी गयी तो क्या आगे करेंगे ? के जवाब पर जिला अध्यक्ष रमेश चन्द्र श्याम ने कहा कि समाज विधान सभा का घेराव करेगा। तब भी बात नहीं बनी तो आदिवासी समाज विधान सभा में प्रवेश करने का अपना लोकतान्त्रिक अधिकार, चुनाव में उतरने का, उपयोग करेगा। और दोनों राष्ट्रीय दलों से अलग अपना रास्ता, अपना डंडा, अपना झंडा और अपना एजेंडा के साथ आगे बढेगा। लोगों ने इस बात पर अब की बार आदिवासी सरकार। ए दारी हमर बारी। के नारे खूब लगाए।

इस अभियान के लिए मल्हार क्षेत्र से रिखीराम नेताम जिला महांसचिव एवं मनोज जगत सरपंच इटवा, बिल्हा क्षेत्र से शिव नारायण चेचाम जिला अध्यक्ष युवा प्रभाग और महासिंह नेताम ब्लाक अध्यक्षयुवा प्रभाग कोनी क्षेत्र से समयसिंह गोंड कार्यकारी जिला अध्यक्ष छ.ग. गोंडवाना गोंड महासभा, बिलासपुर शहर से सतलोक साय पैकरा, सीपत क्षेत्र से अमृत लाल मरावी उपाध्यक्ष युवा प्रभाग सीपत परिक्षेत्र और राजेन्द्र सिंह मरकाम जिला उपाध्यक्ष छ.ग. गोंडवाना गोंड महासभा मस्तुरी क्षेत्र से प्रेमसागर मरकाम उपाध्यक्ष, बेलतरा क्षेत्र से युवराज प्रधान प्रदेश उपाध्यक्ष, कोटा क्षेत्र से धनसिंह आर्मो, बेलगहना क्षेत्र से विजय ध्रुव परिक्षेत्र अध्यक्ष, खोंगसरा क्षेत्र से गोरेलाल उद्देश एवं परमेश्वर राज खुशरो जिला उपाध्यक्ष छ.ग. गोंडवाना गोंड महासभा, भैंसाझार क्षेत्र से जनक मरकाम, तखतपुर क्षेत्र से परमेश्वर बिंझवार जिला संयुक्त सचिव और राम बनवास जगत परिक्षेत्र संयोजक ने जन समर्थन जुटाया। निरंजन पैकरा जिला उपाध्यक्ष, मनोहर राज जनपद अध्यक्ष कोटा, तथा लखन पैकरा का समर्थन रहा।

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