राज्यपाल और मुख्यमंत्री तक पहुंचा मामला
कोरबा (आदिनिवासी)। कोरबा जिले के पत्रकार और विभिन्न समाजिक संस्थाओं से जुड़े वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने नगर पालिक निगम कोरबा के महापौर राजकिशोर प्रसाद के कथित फर्जी एवं कूटरचित जाति प्रमाण पत्र के संबंध में छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
विनोद सिन्हा ने शिकायत में कहा है कि नगर पालिक निगम कोरबा के महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर पिछड़ा वर्ग से महापौर का पद प्राप्त किया है। उनके द्वारा ऐसा करते हुए कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के लोगों का हक मारा गया है। महापौर के खिलाफ फर्जी एवं कूटरचित जाति प्रमाण पत्र की जांच हेतु जिला स्तरीय जाति प्रमाण पत्र जांच/सत्यापन समिति में शिकायत दर्ज कराई गई थी।
जाति प्रमाण पत्र जांच/सत्यापन समिति कोरबा में की गई शिकायत: नहीं हो रही कार्रवाई
इसके संबंध में बार-बार पुन: स्मरण पत्र दिए जाने के बाद भी आज पर्यंत कोई कार्यवाही नहीं की गई है। छत्तीसगढ़ में जिन लोगों को पिछड़ा वर्ग का दर्जा दिया गया है, उसमें कोरबा के महापौर राजकिशोर प्रसाद शामिल हैं कि नहीं इस बात की शिकायत कलेक्टर कोरबा सहित विभिन्न माध्यमों से की गई है। जिस पर किसी प्रकार की कार्यवाही न कर पिछड़े वर्ग का फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर महापौर का पद हथिया कर कांग्रेस पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ छल किया गया है।
विनोद सिन्हा ने कहा है कि महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद का जाति प्रमाण पत्र सही या गलत है तो इस पर कोरबा जिला दण्डाधिकारी फैसला क्यों नहीं लेते? उक्त शिकायत के साल बीत जाने के बाद भी कार्यवाही नहीं किया जाना अनेक आशंकाओं को जन्म देता है। कार्यवाही नहीं किए जाने की स्थिति में विभिन्न संगठनों के सहयोग से कलेक्टर का घेराव किया जाएगा एवं अन्य आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। श्री सिन्हा ने महामहिम राज्यपाल से मामले में निष्पक्ष जांच एवं सख्त वैधानिक कार्यवाही की अपेक्षा व्यक्त की है।