रायपुर (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी का आंकड़ा बहुत कम है। यह ढिंढोरा अपने प्रचार माध्यमों से छत्तीसगढ़ सरकार भले ही पीट ले लेकिन छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी किस खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है, इसका एक झकझोर देने वाला नजारा 31 मई को राजधानी रायपुर में देखने को मिला।
स्वामी आत्मानंद स्कूल के काउंसलर और टीचिंग स्टाफ की भर्ती की के लिए बैरन बाजार स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज कैंपस में आवेदकों को बुलाया गया। जिसमे कुल 27 पदों के लिए 4000 से ज्यादा लोग आवेदन करने पहुंचे। सुबह से ही सैकड़ों लोग पहुंच हुए थे। महिलाएं कई घंटों तक परेशान होती रहीं। फिर भी ऐसी अनियंत्रित भीड़ में उन्हें मौका नहीं मिला। भर्ती प्रक्रिया सुबह 09 बजे से होनी थी लेकिन सुबह 06 बजे से ही भीड़ खचाखच बढ़ती चली गई।
निर्धारित समय पर भीड़-भाड़ और धक्का-मुक्की के बीच फॉर्म देने और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू तो हुई। लेकिन नियंत्रण से बाहर भीड़ इतनी ज्यादा थी कि फॉर्म बांटने के बजाय भीड़ पर फेंके जा रहे थे। जो फॉर्म छीन सकता था उसने छीना झपटी भी किया। कुछ लोगों को दूसरों पर दया आई उन्होंने फोटो कॉपी कराकर दूसरों को फॉर्म भी बांटे।