रायपुर (आदिनिवासी)| महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने मंत्रालय महानदी भवन में विभागीय योजनाओं की गहन समीक्षा की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने पोषण ट्रैकर में शत-प्रतिशत एंट्री सुनिश्चित करने और लापरवाही की स्थिति में संबंधित अधिकारियों के वेतन से अंतर की राशि वसूलने के निर्देश दिए।
मंत्री ने आंगनबाड़ी केंद्रों के आकस्मिक निरीक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि पोषण-आहार और अन्य सुविधाओं की गुणवत्ता का नियमित निरीक्षण किया जाए। उन्होंने हितग्राहियों को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ सही समय पर पहुंचाने के लिए सभी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश दिया।
महिलाओं और बच्चों के विकास पर विशेष जोर
श्रीमती राजवाड़े ने एकीकृत बाल विकास सेवाओं को धरातल पर प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ महिलाओं और बच्चों को योजनाबद्ध तरीके से पहुंचाया जाना चाहिए। उन्होंने महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, रेडी-टू-ईट, नोनी सुरक्षा योजना, शुचिता योजना, बाल संदर्भ, नियद नेल्ला नार, और प्रधानमंत्री जनमन योजना का लाभ हर पात्र हितग्राही तक पहुंचाने के लिए विशेष निर्देश दिए।
आधार से बैंक खाता लिंक करना अनिवार्य
मंत्री ने महतारी वंदन योजना के सभी हितग्राहियों के बैंक खाते आधार कार्ड से लिंक करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन हितग्राहियों की मृत्यु हो चुकी है, उनके आवेदन को चिन्हांकित कर निरस्त किया जाए।
स्वास्थ्य और पोषण पर संवेदनशीलता का आह्वान
गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं, बच्चों और किशोरियों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण, टीकाकरण और वजन मापने पर विशेष जोर दिया गया। मंत्री ने पूरक पोषण आहार और पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा को परिणाममूलक बनाने की अपील की। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत पात्र लाभार्थियों का सत्यापन कर उन्हें योजना का लाभ देने का निर्देश दिया।
आंगनबाड़ी केंद्रों का समय से संचालन और निरीक्षण अनिवार्य
बैठक में मंत्री ने आंगनबाड़ी केंद्रों को समय पर खोलने और बंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी सुपरवाइजर्स नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण करें। उन्होंने केंद्रों में पोषण वाटिका विकसित कर हरी सब्जियां और फलदार वृक्ष लगाने पर जोर दिया।
महिला जागरूकता शिविर और अन्य योजनाओं की समीक्षा
जागृति शिविर और दिशा दर्शन योजना के तहत अधिक से अधिक महिलाओं को जागरूक करने और लाभान्वित करने पर जोर दिया गया। मंत्री ने मिशन वात्सल्य, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के रिक्त पदों पर भर्ती, भवन निर्माण स्वीकृति और संचालित भवनों की प्रगति की भी समीक्षा की।
इस महत्वपूर्ण बैठक में विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी, संचालक जनमेजय महोबे, और जिला स्तर के अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने विभागीय कार्यक्रमों और योजनाओं पर पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी साझा की।
बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्री ने योजनाओं की गुणवत्ता सुधारने, हितग्राहियों तक हर सुविधा पहुंचाने और सभी विभागीय कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए विशेष निर्देश दिए। मंत्री के सख्त रुख ने इस दिशा में सकारात्मक बदलाव की उम्मीदें जगाई हैं।