सोशल मीडिया पर एक दावा किया गया है कि 1 अप्रैल 2022 से किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) पर कोई ब्याज (Interest) नहीं लिया जाएगा. दावे में कहा गया है कि नए वित्त वर्ष 2022-23 के पहले दिन यानी एक अप्रैल से केसीसी (KCC) पर ब्याज जीरो है. हालांकि सरकार ने इस दावे को गलत बताया है. इस पर भरोसा नहीं करें. भारत सरकार की प्रेस एजेंसी प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो (PIB) ने इस वायरल मैसेज की सच्चाई बताई है. पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक (PIB Fact Check) में कहा है कि किसान क्रेडिट कार्ड के तहत ब्याज रहित लोन दिए जाने का दावा फर्जी है.
आपके बता दें कि सरकार ने केसीसी स्कीम के तहत पिछले दो वर्षों में 2.92 करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी किया है. इस पर लिए गए 3 लाख रुपये तक के एग्री लोन की ब्याज दर वैसे तो 9 फीसदी होती है. लेकिन सरकार इसमें 2 फीसदी की सब्सिडी देती है. जबकि समय पर मूल राशि और ब्याज लौटाने पर 3 फीसदी और छूट देती है.
एक समाचार पत्र की फर्जी तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि 1 अप्रैल 2022 से किसान क्रेडिट कार्ड पर कोई ब्याज नहीं लगेगा. 3 लाख रुपये तक के केसीसी पर किसानों को फ्री में मिलेगा पैसा. अभी किसानों को 4 फीसदी ब्याज देना पड़ता है. केंद्र सरकार को अतिरिक्त 16,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा. सरकार ने इस मैसेज के दावे पर सफाई देते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है. केसीसी के तहत ब्याज रहित लोन दिए जाने का दावा फर्जी है.