रायपुर (आदिनिवासी)। कोण्डागांव जिले के मर्दापाल सेक्टर के पदेली स्कूलपारा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में करंट लगने से एक मासूम बच्ची की मौत हो गई। इस गंभीर घटना के बाद कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना के निर्देश पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को तत्काल बर्खास्त कर दिया गया है, वहीं पर्यवेक्षक को निलंबित किया गया है।
एकीकृत बाल विकास परियोजना कोंडागांव-03 के परियोजना अधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, घटना में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती धसनी बाई और आंगनबाड़ी सहायिका श्रीमती ममता कोर्राम की घोर लापरवाही पाई गई। इसी आधार पर दोनों को तत्काल प्रभाव से सेवा से हटा दिया गया है।
इसी तरह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पर्यवेक्षक श्रीमती मनीषा कतलाम को भी पर्यवेक्षण कार्य में लापरवाही और स्वेच्छाचारी आचरण का दोषी पाया गया। उन्हें छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय, कोण्डागांव निर्धारित किया गया है, जहां से वे नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त करेंगी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर के निर्देशानुसार एसडीएम श्री अजय उरांव विभागीय अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतक बच्ची के परिजनों से मुलाकात की और प्रशासन की ओर से तात्कालिक सहायता के रूप में 20,000 रुपए की आर्थिक मदद प्रदान की।
यह घटना आंगनबाड़ी केंद्रों में सुरक्षा मानकों और निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रशासन ने कहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।