कोरबा। 28 मार्च को ग्राम सतरेंगा, विकास खण्ड कोरबा में विशेष पिछड़े वर्ग की पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जनजाति समुदाय के लिए एक वित्तीय और विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में लगभग 170 पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जनजाति के लोगों ने भाग लिया।
जिले में निवासरत पहाड़ी कोरवा और बिरहोर समुदाय के शिक्षित युवा-युवतियों को विभिन्न सरकारी विभागों में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियमित, कलेक्टर दर और दैनिक मजदूरी पर रखा गया है। यह समुदाय वित्तीय लेन-देन के बारे में जागरूक नहीं होने के कारण, कई असामाजिक तत्वों द्वारा इनकी भोलेपन का लाभ उठाया जाता है। इनके नाम पर लोन, एटीएम से पैसे आहरण, कोरे चेक पर हस्ताक्षर या अन्य माध्यमों से ठगी किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं।
हाल ही में, एक ठगी का मामला प्रकाश में आया था, जिसमें श्री सुन्दर साय, पहाड़ी कोरवा नृत्य पूर्व माध्यमिक शाला देवपहरी को उनके ही स्कूल के एक शिक्षक द्वारा ठगी करते हुए कोरे चेक पर हस्ताक्षर कराकर एक बड़ी राशि हड़प ली गई थी। कलेक्टर महोदय द्वारा इस घटना को संज्ञान में लेते हुए तत्काल ठगी की गई राशि वापस दिलाई गई।
भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के उद्देश्य से, आदिवासी विकास विभाग और लीड बैंक के माध्यम से इन जनजातियों को ठगी से बचने और वित्तीय लेन-देन संबंधी विस्तृत जानकारी शिविर के माध्यम से दी गई।
शिविर में श्री देवेन्द्र पाटले, सहायक संचालक आदिवासी विकास कोरबा, श्रीमती कौशाम्बी गबेल, मण्डल संयोजक, श्री नरोत्तम सिंह ठाकुर, लीड बैंक मैनेजर, विजय कुमार, FLCC और श्री कृष्णा यादव, CFL करतला आदि उपस्थित थे।