सुरक्षा, उन्नयन और पीजी पाठ्यक्रम की शुरुआत के लिए किए गए महत्वपूर्ण निर्णय
कोरबा (आदिनिवासी)| संभागायुक्त महादेव कावरे की अध्यक्षता में ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की स्वशासी प्रबंधकारिणी समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मेडिकल कॉलेज में छात्रों और मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ाने तथा संस्थान के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में चिकित्सा महाविद्यालय की स्वशासी समिति के कार्यों और उनके कर्तव्यों पर चर्चा की गई। इसके तहत, आकस्मिक जरूरतों के लिए प्रबंधकारिणी समिति द्वारा 2 करोड़ तक की राशि और वित्त समिति द्वारा 10 लाख तक की राशि अनुमोदित की जा सकेगी। इसके अलावा, डीन के स्थान पर अस्पताल अधीक्षक को समिति का सदस्य सचिव नामित किया गया, और समिति के सदस्य संख्या को बढ़ाकर 14 किया गया। इन बदलावों से संस्थान के प्रशासन में अधिक पारदर्शिता और प्रभावी कार्यप्रणाली की उम्मीद जताई जा रही है।
चिकित्सा महाविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए सी.सी.टी.वी कैमरा खरीदने की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा, छात्रों के लिए विभिन्न सुविधाओं को बढ़ावा देने हेतु वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेट लगाने के लिए 5 लाख 60 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। यह कदम मेडिकल कॉलेज को अधिक तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चिकित्सा महाविद्यालय में जनरल मेडिसीन, जनरल सर्जरी, शिशु रोग, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग, और निश्चेतना विभाग में पीजी पाठ्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। इसके लिए आवश्यक स्वीकृतियां दी गईं। इसके अलावा, वर्ष 2025-26 में यूजी कोर्स के संचालन हेतु एन.एम.सी. फीस की राशि 3.54 लाख रुपए भी अनुमोदित की गई।
इस महत्वपूर्ण बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. यू.एस. पैंकरा, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कोरबा की अधिष्ठाता डॉ. रंजना सिंह आर्या, कलेक्टर प्रतिनिधि दिनेश कुमार नाग, अस्पताल अधीक्षक डॉ. गोपाल सिंह कंवर, सीएमएचओ डॉ. एस. एन. केसरी और अन्य उच्च अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस बैठक के परिणामस्वरूप, कोरबा के चिकित्सा महाविद्यालय में सुविधाओं के विस्तार और शिक्षा के स्तर में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इन निर्णयों से ना केवल छात्रों को बेहतर अध्ययन और शोध का अवसर मिलेगा, बल्कि मरीजों के लिए भी उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित होंगी।