मंगलवार, सितम्बर 10, 2024

भूविस्थापित गोपाल-फिरतु शहादत दिवस का होगा भव्य आयोजन: 11 अगस्त को

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ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति शुरू करेगी जंगी आंदोलन

कोरबा (आदिनिवासी) रोजगार, बसाहट, मुआवजा सहित विस्थापन से जुड़े विभिन्न मांगों को लेकर ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति द्वारा अपनी आंदोलन को अब आक्रामक शैली में विस्तार करने का निर्णय लिया गया है । इसकी घोषणा आगामी 11 अगस्त को ग्राम नराइबोध में शहीद भुविस्थापित गोपाल दास -फिरतुदास के शहादत दिवस के मौके पर करने का निर्णय लिया गया है । एसईसीएल गेवरा महाप्रबन्धक कार्यालय के सामने ऊर्जाधानी सन्गठन की पिछले दो माह से अपनी मांगों को लेकर चलाये जा रहे आँदोलन स्थल से बैठक में यह निर्णय पारित किया गया है ।

इस सबन्ध में जानकारी देते हुए सन्गठन के अध्यक्ष श्री सपूरन कुलदीप ने बताया कि वर्ष 1997 में एसईसीएल गेवरा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नराइबोध में जमीन अधिग्रहण में व्याप्त विसंगतियों के विरोध में ग्राम वासियो द्वारा शांतिपूर्ण विरोध के दौरान पुलिस फायरिंग में ग्राम के दो नौजवान गोपाल दास व फिरतु दास शहिद हो गए थे तथा दर्जनों ग्रामीणों को गंभीर चोट आयी थी । उनकी स्मृति में हर साल ग्रामवासियो द्वारा उनकी याद में कार्यक्रम आयोजित किया जाता है ।

इस बार उनके शहादत स्थल में भूविस्थापितों के अधिकारों की रक्षा के लिये शपथ लेकर जंगी आंदोलन की घोषणा किया जाएगा । शहादत दिवस के कार्यक्रम के मौके पर क्षेत्र के सांसद विधायक एवं अन्य सभी जनप्रतिनिधियों को भी आमन्त्रित किया जाएगा । इससे पूर्व पूरे क्षेत्र में जनजागरूकता जत्था के माध्यम से लोंगो को उनकी हक और अधिकार की लड़ाई में सहयोग और बलिदानी की मांग की जायेगी ।

ऊर्जाधानी सन्गठन के सचिव ठाकुर विजय पालसिंह तंवर ने कहा है कि सालों साल गुजर जाने के बाद झूठे आश्वासन देकर एसईसीएल प्रबन्धन प्रशासन हाथ पे हाथ धरे बैठे रह जाते हैं । कलेक्टर सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों की आदेशो का अवमानना होने पर भी कोई कार्यवाही सबन्धित अधिकारी कर्मचारी पर नही होती । इसलिए जारी आंदोलन को आक्रामक आंदोलन निर्माण पर चर्चा किया गया है। जिसकी शुरुआत 11 अगस्त के भुविस्थापित शहीद दिवस के दिन से किया जाएगा । गजेंद्र सिंह ने कहा है गांव गांव के महिलाओं की शक्ति केंद्र स्थापित करने और उन्हें आंदोलन पर उतारी जाएगी ।

आयोजित बैठक के दौरान कोर कमेटी सदस्य डी के मिश्रा, रुद्र दास महंत, नरेंद्र राठौर, दिलहरन दास, दीपक फुलेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह राठौर संयोष दास महंत, अशोक साहू मुमताज, जगदीश पटेल, मुकेश यादव, तेजराम, राम अवतार सोनी, दिपेश, संजय कंवर, बहतरीन बाई, प्रमोद पैकरा, राजेश कुमार, विकास सिंह, दशरथ बिंझवार, यशवंत सिंह, विष्णु कंवर विर सिंह, सुरेंद्र खूंटे, ललित पटेल, चन्दन सिंह तिरिथ केशव, बसन्त कंवर, गोपाल यादव, ललित महिलांगे, राहुल जायसवाल, संजय कंवर, मुकेश यादव सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता गण उपस्थित थे।


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