पोषण अभियान के तहत बडगांव में आयोजित हुआ सी-सैम प्रबंधन कार्यक्रम, माता-पिता को दी गई पोषण संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी
कोरबा (आदिनिवासी)| महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में चल रहे पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत सेक्टर लेमरु की ग्राम पंचायत बडगांव में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कुपोषित (सी-सैम) बच्चों की पहचान करना, उनका एपेटाइट टेस्ट करना और पोषण प्रबंधन के लिए समुदाय को शिक्षित करना था।
कार्यक्रम के प्रमुख आयोजन
सी-सैम बच्चों की पहचान और एपेटाइट टेस्ट
एनआरसी (Nutrition Rehabilitation Centre) भेजे जाने वाले बच्चों का चयन
स्थानीय पोषक आहार बनाने की विधियों का प्रदर्शन
जंक फूड से बचाव और पौष्टिक आहार के लिए प्रेरित करना
“स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खाद्य पदार्थों से बनाएं पोषणयुक्त आहार”
कार्यक्रम में मुनगा, पपीता, केला, तेदूं, हरी पत्तेदार सब्जियों और रेडी-टू-ईट फूड जैसे स्थानीय संसाधनों का उपयोग करके पोषण युक्त आहार बनाने की विधियां सिखाई गईं। साथ ही, माता-पिता को समझाया गया कि जंक फूड से बच्चों को दूर रखकर उन्हें संपूर्ण आहार देना क्यों जरूरी है।
इस कार्यक्रम में सेक्टर पर्यवेक्षक टेकेश्वरी ध्रुव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उर्मिला पैंकरा, कुवारों पैकरा, सुशीला तिर्की, जोसफिन एक्का, हरामुनी और सहायिका मानमोती के साथ-साथ बडगांव पंचायत के ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कुपोषण के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना
बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए स्थानीय समाधान प्रदान करना
माताओं को पोषण संबंधी सही जानकारी देना
सुपोषित भविष्य की ओर एक कदम
यह कार्यक्रम न केवल कुपोषण को दूर करने में मददगार साबित होगा, बल्कि समुदाय को स्वस्थ आहार और पोषण प्रबंधन के प्रति जागरूक भी करेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग की यह पहल कोरबा जिले को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।