कोरबा (आदिनिवासी)। छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत कोरबा में उप संचालक के पद पर पदस्थ सहायक संचालक जूली तिर्की को नवीन पदस्थापना स्थल सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के लिए भारमुक्त कर दिया गया है। इस संबंध में कलेक्टर द्वारा आदेश जारी किए जाने के उपरांत, तिर्की ने अपने कार्यभार से मुक्त होकर नवीन स्थान के लिए प्रस्थान किया। उनकी जगह पर जिला पंचायत कोरबा में पदस्थ सहायक परियोजना अधिकारी, मोहनीश आनंद देवांगन को आगामी आदेश तक उप संचालक पंचायत कोरबा का प्रभार सौंपा गया है।
गौरतलब है कि सहायक संचालक जूली तिर्की, जिन्हें पहले प्रभारी उपसंचालक पंचायत के रूप में भी कार्यभार सौंपा गया था, को 27 नवंबर 2024 को जारी एक स्थानांतरण आदेश के तहत सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में उपसंचालक के पद पर पदस्थ किया गया था। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों के कारण, जैसे कि आदिवासी बाहुल्य जिला होने के नाते रिलीवर (वैकल्पिक कर्मचारी) की अनुपलब्धता और पंचायत चुनावों जैसे महत्वपूर्ण कार्य, उन्हें तत्काल कार्यमुक्त नहीं किया जा सका था।
अपने कार्यकाल के दौरान, जूली तिर्की ने अगस्त 2024 में जिला पंचायत कोरबा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) का अस्थायी प्रभार भी संभाला था। इसके अतिरिक्त, 2025 के पंचायत चुनावों में भी उन्होंने सहायक रिटर्निंग अधिकारी के रूप में कोरबा में निर्वाचन प्रक्रिया के सुचारू संचालन में महत्वपूर्ण प्रशासनिक भूमिका निभाई थी।शुक्रवार को संचालक पंचायत के आदेशानुसार, उन्हें कलेक्टर द्वारा नवीन पदस्थापना स्थल के लिए भारमुक्त किया गया।
दूसरी ओर, मोहनीश आनंद देवांगन, जिन्होंने जून 2024 से अप्रैल 2025 तक जनपद पंचायत करतला के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के रूप में सराहनीय सेवाएं दी हैं, अब कोरबा जिले के उपसंचालक पंचायत का कार्यभार संभालेंगे। अपने पिछले कार्यकाल में, देवांगन ने ऊर्जावान, लगनशील और कुशल लोक सेवक के रूप में अपनी पहचान बनाई है, जिससे जिले की योजनाओं को गति मिली और करोड़ों के लंबित विकास कार्यों को पूरा किया गया। उनके नेतृत्व में, विकास कार्यों में अवरोध उत्पन्न करने वाले सरपंचों और सचिवों के खिलाफ वसूली की कार्रवाई भी की गई थी। यह उम्मीद की जा रही है कि प्रभारी उपसंचालक पंचायत के रूप में उनकी कार्यशैली जिले के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी।