रायगढ़ (आदिनिवासी)। रायगढ़ जिले के सभी 250 संकुलों के शैक्षिक समन्वयकों (सीएसी) की विभागीय समीक्षा बैठक आज सृजन सभा कक्ष में संयुक्त संचालक शिक्षा आर.पी. आदित्य की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में शैक्षिक गुणवत्ता सुधार के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
शालाओं का निरीक्षण – श्री आदित्य ने सभी सीएसी को अपने संकुल के अधीन आने वाली सभी शालाओं का माह में कम से कम दो बार निरीक्षण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान सभी बिंदुओं का उल्लेख करते हुए कक्षवार बच्चों की गुणवत्ता की जांच कर अवलोकन पंजी में अनिवार्यता से टीप अंकित करने के निर्देश दिए।
शैक्षिक गुणवत्ता की जांच – बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता की भली-भांति जांच करने और गुणवत्ता सुधार हेतु आवश्यक सहयोग करने के लिए भी निर्देश दिए गए।
शिक्षक-अधिकारियों की जिम्मेदारी – विकासखंड और जिला स्तर के अधिकारियों को नियमित रूप से स्कूलों का निरीक्षण करने और अनुपस्थित शिक्षकों तथा कर्मचारियों पर कार्यवाही करने की हिदायत दी गई।
शाला सामग्री का संकलन – शालाओं में अतिरिक्त पुस्तकों और गणवेश को विषयवार संकलित कर संकुल में सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए। साथ ही, अनियमित रूप से अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ विधिसम्मत कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए गए।
डेली डायरी और परीक्षा परिणाम – सभी शालाओं में नियमित रूप से साप्ताहिक और मासिक परीक्षा आयोजित करने, परिणामों की समीक्षा करने, और प्रत्येक शिक्षक के लिए डेली डायरी तैयार करने के निर्देश दिए गए।
सीएसी डायरी का महत्व – सभी शैक्षिक समन्वयकों को सीएसी डायरी तैयार करने और उसमें प्रतिदिन का लेखा रखने की अनिवार्यता को भी स्पष्ट किया गया।
अन्य निर्देश
श्री आदित्य ने शिक्षा विभाग के लंबित अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों के निराकरण के लिए 24 और 25 अक्टूबर 2024 को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कैम्प लगाकर समाधान करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, युडाइस पोर्टल पर सभी छात्रों का आधार से वेरिफिकेशन कराकर अपार आईडी जनरेट करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. के.वी. राव, जिला मिशन समन्वयक नरेंद्र चौधरी, जिला परियोजना अधिकारी देवेंद्र वर्मा, सहायक संचालक तरसिला एक्का, उत्कर्ष जिला नोडल एवं एपीसी भुवनेश्वर पटेल, एपीसी आलोक स्वर्णकार, और कई अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
संयुक्त संचालक श्री आदित्य ने इस समीक्षा बैठक के माध्यम से जिले की शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने और स्कूलों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों और शैक्षिक समन्वयकों को उनके कार्यों की नियमित समीक्षा और निगरानी सुनिश्चित करने की अपील की।