कोरबा (आदिनिवासी)| नगर पालिका निगम कोरबा की लापरवाही के चलते वार्ड क्रमांक 42 (पूर्व में वार्ड क्रमांक 37) दैहानपारा, पाड़ीमार बालको नगर के शिव मंदिर के पीछे बनी अधूरी नाली ने बस्तीवासियों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। वर्ष 2019 में शुरू हुआ यह निर्माण कार्य आधा ही छोड़ दिया गया, जिसके बाद से यहां गंदे पानी का जमाव, कुएं का दूषित होना और पशुओं के गिरने की घटनाएं आम हो गई हैं।
क्या है पूरा मामला?
नगर पालिका निगम द्वारा शुरू किए गए नाली निर्माण कार्य को ठेकेदार ने आधा ही छोड़ दिया। नाली का एक हिस्सा खोदकर वर्षों से खुला छोड़ दिया गया है, जिसमें गंदा पानी भर गया है। यह पानी सीपेज होकर आसपास के कुओं में जा रहा है, जिससे पीने और नहाने के पानी का स्रोत दूषित हो गया है। बस्ती के लोगों को अब गंदे पानी का उपयोग करने के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
पशुओं की जान को भी खतरा!
अधूरी नाली में कई बार गाय-भैंस जैसे पशु गिर चुके हैं, जिससे उनकी जान को खतरा पैदा हो गया है। बस्तीवासियों का कहना है कि अगर समय रहते नाली का काम पूरा नहीं किया गया, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
5 साल से क्यों नहीं हुआ काम पूरा?
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि नगर निगम और ठेकेदार की लापरवाही के कारण यह काम अटका हुआ है। उन्होंने कई बार शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब उन्होंने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर तुरंत कार्यवाही की मांग की है।
जनता की अपील:
बस्ती के लोगों ने नगर निगम से मांग की है कि उनकी मूलभूत सुविधाओं, स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नाली निर्माण कार्य को तुरंत पूरा किया जाए। उनका कहना है कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है।
क्या कहता है नियम?
नगरीय निकायों का कर्तव्य है कि वे जल निकासी की उचित व्यवस्था करें ताकि जनता को स्वच्छ पानी मिल सके और सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे में न पड़े। लेकिन इस मामले में प्रशासनिक उदासीनता साफ दिख रही है।
दैहानपारा वार्ड के निवासी पिछले 5 साल से इस समस्या से जूझ रहे हैं। अब उनकी उम्मीदें नगर निगम आयुक्त से जुड़ी हैं कि वे इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करेंगे और उनकी पीड़ा को दूर करेंगे।