गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे सिपाहियों पर हमले (Gorakhnath temple attack) के आरोपी मुर्तजा अहमद अब्बासी (Murtaza Ahmed Abbasi) से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं. एटीएस की गिरफ्त में मुर्तजा से पूछताछ जारी है. आज एटीएस आरोपी मुर्तजा अहमद अब्बासी को लखनऊ लेकर आएगी. आरोपी मुर्तजा अहमद अब्बासी से पूछताछ और जांच में एक और अहम खुलासा हुआ है. जांच में एटीएस को पता चला है कि मुर्तजा अहमद अब्बासी ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस के बैंक खाते में लाखों रुपये भेजे हैं. यूपी एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने इस बात का खुलासा किया है. एटीएस की अब तक की जांच से पता चला है कि मुर्तजा के जिन बैंक खातों से रुपये भेजे गए हैं, उनमें से चार बैंक खातों का ब्योरा भी मिल चुका है. मुर्तजा के डेबिट कार्ड का नंबर सुरक्षित रख लिया गया है. एटीएस मुर्तजा को ढूंढते हुए सिविल लाइंस स्थित आवास पर भी गई थी, लेकिन वह नहीं मिला. मुर्तजा को यह पता चल गया था कि एटीएस ने गिरफ्तारी का जाल बिछा दिया है. लिहाजा, घर से लापता हो गया, फिर आनन-फानन घटना को अंजाम देने पहुंच गया.
आतंकी संगठनों की वेबसाइट देखता था मुर्तजा
एटीएस के सूत्रों के मुताबिक, मुर्तजा आतंकी संगठनों की वेबसाइट देखता था. सर्च करके पढ़ता था. विवादित किताबें व साहित्य पढ़ने के तथ्य भी सामने आए हैं. मुर्तजा के जब्त लैपटॉप और मोबाइल फोन से भड़काऊ व धार्मिक उन्माद के वीडियो भी मिले
मुर्तजा ने अपनाया था लोन वुल्फ अटैक मॉड्यूल
एटीएस के सूत्रों के मुताबिक, मुर्तजा ने लोन वुल्फ अटैक मॉड्यूल के तहत वारदात को अंजाम दिया है. इस मॉड्यूल में बिना किसी टीम के अकेले ही घटना को अंजाम दिया जाता है.इसमें धारदार हथियार (चाकू या फिर अन्य) का ही प्रयोग किया जाता है. इस माड्यूल को लोन वुल्फ अटैक इसलिए कहते हैं, क्योंकि यह भेड़िए की तरह अकेले हमला करने की रणनीति होती है.
देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. एटीएस के एडीजी, आईजी व एसटीएफ के एडीजी के साथ ही इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के अफसरों ने डेरा डाल दिया है. एनआईए के अफसर भी गोरखपुर आ सकते हैं. गुजरात एटीएस के भी आने की चर्चा है.
घटना से दो दिन पहले मुर्तजा के बैंक खातों में हुई थी हेराफेरी
आईजी एटीएस अमिताभ यश ने बताया कि, मुर्तजा और उसके जानने वालों के बैंक खातों की छानबीन की जा रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि किस खाते से कहां-कहां रुपये भेजे या मंगवाए गए. अब तक की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. घटना से दो दिन पहले भी बैंक खातों में रुपये की हेराफेरी की जानकारी मिली थी. इस पर एटीएस की टीम मुर्तजा के घर गई थी. इसके तत्काल बाद मुर्तजा ने इस घटना को अंजाम दे दिया. ऐसे हमलों को लोन वुल्फ अटैक माड्यूल कहते हैं. जांच चल रही है.
यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि, पूरे मामले की जांच एटीएस के हाथों में है. आतंकी संगठनों से सांठगांठ की बात सामने आई है. मामला बेहद गंभीर है. पूरे मामले की जानकारी जांच एजेंसी को है.
लैपटॉप से मिली ISI से संबंधित वीडियो क्लिप
एटीएस कल शाम मुर्तजा के घर पहुंची थी. वहां कुछ दस्तावेज मिलने के बाद उसका कमरा सील कर दिया गया है. एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है. एटीएस टीम ने नवी मुंबई में दो दिनों के दौरान गहन छानबीन की है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि पुलिस ने हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी के गोरखपुर स्थित आवास पर छापा मारा तो वहां से बरामद लैपटाप और मोबाइल में कट्टरपंथी मौलाना जाकिर नाईक और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से संबंधित वीडियो क्लिप बरामद हुई है.
यह जानकारी भी सामने आई थी कि मुर्तजा ने आइआइटी बांबे में केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और नवी मुंबई में रहता था. इस जानकारी के बाद एटीएस की टीम छानबीन के लिए सोमवार को नवी मुंबई पहुंची थी. जांच में यह बात सामने आई कि मुर्तजा ने अपने आधार में वासी के निकट सानपाड़ा क्षेत्र के मिलेनियम टावर के जिस फ्लैट नंबर को अपने पते के रूप में दर्ज कराया है, वो 2013 में बिक चुका है.