पीवीटीजी बसाहटों में स्वास्थ्य शिविर और नियमित स्वास्थ्य जांच पर जोर
कोरबा (आदिनिवासी)। जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की बैठक में कलेक्टर अजीत वसंत ने स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की शत प्रतिशत उपलब्धि के लिए ठोस निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं की समुचित उपलब्धता के साथ सभी विभागीय अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का पालन सुनिश्चित करने की बात कही। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. एन. केशरी समेत विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
कलेक्टर वसंत ने निर्देश दिए कि डॉक्टर अपने निर्धारित समय में अस्पताल में उपस्थित रहकर मरीजों का इलाज करें। उन्होंने कहा कि जिले में मौसमी बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, और डायरिया से बचाव के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही, ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में इन बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया।
बच्चों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि स्कूलों में शिविर लगाकर बच्चों के आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड बनाए जाएं ताकि वे स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकें। इसके अतिरिक्त, नगरीय निकाय कटघोरा और छुरी में शेष बचे लोगों के आयुष्मान कार्ड निर्माण का कार्य भी तेजी से पूरा करने की हिदायत दी।
पीवीटीजी बसाहटों में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
कलेक्टर वसंत ने कहा कि जिले की पीवीटीजी (विशेष पिछड़ी जनजाति) बसाहटों में नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य शिविर लगाकर वहां के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। इन शिविरों में खून, शुगर, बीपी की जांच, आयुष्मान कार्ड निर्माण जैसे लाभ दिए जाएं। टीबी मरीजों के कांटेक्ट ट्रेसिंग और दवा उपलब्ध कराने पर भी उन्होंने जोर दिया।
संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने पर जोर
कलेक्टर ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सब हेल्थ सेंटर्स में संस्थागत प्रसव को अनिवार्य रूप से बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने मितानिनों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण और नियमित जांच की प्रक्रिया को तेज करने का आग्रह किया। साथ ही, सभी उप स्वास्थ्य केंद्रों में महीने में 10 प्रसव सुनिश्चित करने पर बल दिया।
स्वास्थ्य सेवाओं में सटीकता और पारदर्शिता का आह्वान
कलेक्टर ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति का जायजा लेते हुए अधिकारियों को व्यक्तिगत रुचि के साथ कार्य करने को कहा। उन्होंने सिकलसेल स्क्रीनिंग, चिरायु योजना, टीबी, कुष्ठ उन्मूलन, एड्स, अंधत्व निवारण जैसी योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन पर जोर दिया। चिरायु योजना के तहत बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण और आवश्यक उपचार को सतत रूप से जारी रखने का निर्देश दिया।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के प्रयास
डीएमएफ मद के तहत नियुक्त दंत चिकित्सकों की कार्य-स्थितियों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिस चिकित्सक ने अपनी ड्यूटी नहीं ज्वाइन की, उसके स्थान पर प्रतीक्षा सूची से चिकित्सक का चयन किया जाए। कलेक्टर वसंत ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्टता हेतु वार्षिक कायाकल्प अवार्ड के लिए प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को समय पर अपडेट किया जाए।
इस प्रकार, कलेक्टर के दिशा-निर्देशों से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और विस्तार की उम्मीद है, जिससे जिले के निवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी