जुर्माना और ब्याज के साथ 13 करोड़ रुपये का भुगतान आदेश
मुंबई (आदिनिवासी)। वेदांता लिमिटेड की सहायक कंपनी भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (BALCO) को हाल ही में सीमा शुल्क विभाग से एक बड़ा झटका लगा है। सीमा शुल्क (विवाद समाधान) कार्यालय ने कंपनी पर नियमों के उल्लंघन के आरोप में भारी जुर्माना लगाया है, जिसमें करीब 13 करोड़ रुपये का पेनाल्टी शामिल है। इस आदेश को लेकर बालको ने सफाई देते हुए कहा है कि वे इस जुर्माने को चुनौती देने की योजना बना रहे हैं और इसे अन्यायपूर्ण मानते हैं।
क्या है मामला?
बालको पर आरोप है कि उसने आयात-निर्यात में पूर्व आयात शर्तों का उल्लंघन किया, जिससे सीमा शुल्क विभाग ने कार्यवाही की है। यह कार्रवाई बालार्ड एस्टेट, मुंबई में स्थित सीमा शुल्क आयुक्त कार्यालय से हुई है, जिसमें बाल्को पर नियमों का पालन न करने का आरोप लगाया गया है। इसके तहत कंपनी को 1,33,81,74,033 रुपये का जुर्माना और ब्याज का भुगतान करना होगा।
क्या कहती है कंपनी?
बालको और वेदांता लिमिटेड ने इस जुर्माने को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उनके अनुसार, हाल ही में आए कई न्यायिक फैसले उनके पक्ष में हैं, और वे इस निर्णय को आगे की न्यायिक प्रक्रिया में चुनौती देंगे। कंपनी का कहना है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि उचित कानूनी प्रक्रिया के तहत इस मामले का समाधान निकलेगा। वे इस आदेश से कंपनी की आर्थिक स्थिति या संचालन पर किसी भी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ने की उम्मीद कर रहे हैं।
कब मिला यह आदेश?
यह आदेश 8 नवंबर, 2024 को जारी किया गया था, जो 11 नवंबर को कंपनी को ईमेल के माध्यम से प्राप्त हुआ। कंपनी ने तुरंत इस मामले को सेबी के समक्ष प्रस्तुत करते हुए स्थिति स्पष्ट की और कहा कि उनके पास इस आदेश के खिलाफ मजबूत कानूनी आधार है।
क्या होगा अगला कदम?
वेदांता और बालको ने भरोसा दिलाया है कि इस आदेश के खिलाफ कानूनी लड़ाई जारी रहेगी। कंपनी का मानना है कि यह निर्णय अन्यायपूर्ण है और इसका उनके परिचालन या वित्तीय स्थिति पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालांकि, इस मामले ने कंपनी के संचालन में पारदर्शिता और कानूनी अनुपालन की अहमियत को एक बार फिर उजागर किया है।